Sudiksha Bhati | जिस बात की चिंता थी, उसी वजह से हुई मौत – Priyanka Gandhi | CM Yogi | UP |

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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बुलंदशहर जिले की होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी की छेड़खानी और सड़क हादसे में हुई मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सुदीक्षा भाटी का कई साल पहले का एक वीडियो ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। दरअसल, यह वीडियो कई साल पूराना है, जब सुदीक्षा एचसीएल फाउंडेश के विद्या ज्ञान स्कूल में कक्षा दसवीं की छात्रा थीं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार शाम को सुदीक्षा भाटी का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘सुदिक्षा की ये भावनात्मक स्पीच सुनिए। यूपी की इस बेटी का कहना था कि उसकी उम्र की बहुत सारी लड़कियों को छेड़खानी के चलते पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। आज इसी समस्या ने सुदिक्षा की जान ले ली। सरकार पूछेगी समस्या का हल कहां हैं? समस्या का हल बेटियों की आवाज में है? लेकिन आप सुनिए तो..।’ बता दें कि इस वीडियो में सुदीक्षा भाटी भाषण दे रही हैं। वह कहती हैं, मैं उत्तर प्रदेश के उस हिस्से से ताल्लुक रखती हूं, जहां ज्यादातर लड़कियां प्राइमरी शिक्षा के बाद आगे पढ़ने नहीं जाती हैं। क्योंकि हमारे इलाके में छेड़खानी की घटनाएं बहुत ज्यादा हैं। मैंने किसी तरह अपने अभिभावकों को मेरी पढ़ाई जारी रखने के लिए सहमत किया। उन्हें सहमत किया कि वह मुझे घर से दूर एक सह-शिक्षा वाले आवासीय स्कूल में भेज दें। उन्होंने मुझे यहां भेजा। इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करती हूं। उन्होंने मुझे अपने सपने पूरे करने की इजाजत दी। प्रियंका गांधी ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘बुलंदशहर की घटना यूपी में कानून के डर के खात्मे और महिलाओं के लिए फैले असुरक्षा के माहौल को दिखाती है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन छेड़खानी की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेता। इसके लिए व्यापक फेरबदल की जरूरत है। महिलाओं पर होने वाले हर तरह के अपराध पर जीरो टॉलरेंस होना चाहिए।’ सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में हुई मौत की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मेरठ रेंज आईजी प्रवीण कुमार ने बताया, एसआईटी प्रभारी बुलंदशहर की महिला सीओ दीक्षा सिंह हैं।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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