अक्टूबर 2021 में अरुणाचल प्रदेश के यांगसे में भी दोनों देशों के सैनिकों में विवाद हुआ था. सेना के उच्च पद सूत्रों ने कहा कि 9 दिसंबर 2022 को, पीएलए के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी के पास झड़प हुई है. हमारे सैनिकों ने डटकर मुकाबला किया. इस आमने-सामने की लड़ाई में दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के अनुसार, 6 सैनिकों को इलाज के लिए गुवाहाटी लाया गया है.
चीन के ज्यादा सैनिक घायल
इस झड़प में भारत के करीब 30 से अधिक सैनिक घायल हुए हैं. चीन के भी कई सैनिक घायल हुए हैं. जिनकी संख्या अधिक है. हालांकि भारत का कोई भी सैनिक गंभीर नहीं है. इस झड़प के बाद भारत के कमांडरों ने शांति बहाल करने के लिए चीन के कमांडरों के साथ फ्लैग मीटिंग की है. जिसके बाद दोनों देशों के सैनिक पीछे गट गए.
गलवान के बाद पहली बड़ी झड़प
15 जून, 2020 की घटना के बाद यह अपनी तरह की पहली घटना है. तब लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे. इस झड़प में चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे.