इलेक्ट्रिक वाहनों में आग की घटनाओं पर कंपनी को दी भारी जुर्माना चुकाने की चेतावनी  नितिन गडकरी का रुख सख्त

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नई दिल्ली: देशभर में इलेक्ट्रिक वाहनों में लगी आग की घटनाओं को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए इन घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित कंपनीज पर भारी जुर्माना लगाने की बात कही है. इसके अलावा उन्होंने एक एक्सपर्ट कमेटी बनाने का ऐलान भी किया है, जो ना सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं के बारे में जानकारी जुटाएगी बल्कि इन हादसों को रोकने के लिए जरूरी सुझाव भी देगी. यह समिति रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसके आधार पर गुणवत्ता केंद्रित इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.

वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह भी कहा है कि, फिलहाल कंपनीज उन सभी इलेक्ट्रिक वाहनों को वापस लें जिनमें ऐसी खामियां हैं.

हाल ही में जितेंद्र ईवी कंपनी के 20 नए इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई और इस घटना का वीडियो वायरल हो गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन स्कूटरों को नासिक स्थित फैक्ट्री से ले जाया जा रहा था. कंटेनर में कुल 40 जितेंद्र इलेक्ट्रिक स्कूटर थे इनमें से 20 स्कूटर में आग लग गई. हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.

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इससे पहले पुणे के लोहेगांव इलाके में ओला एस1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी. वायरल हुई 31 सेकंड की क्लिप में एक व्यस्त व्यावसायिक क्षेत्र की सड़क के किनारे खड़ा स्कूटर पूरी तरह से जल गया. इस मुद्दे की अभी भी जांच चल रही है.

अनुमान लगाया गया है कि लिथियम-आयन बैटरी के क्षतिग्रस्त होने या शॉर्ट-सर्किट होने के कारण ऐसा हुआ है. लिथियम आयन बैटरी में लगी आग को बुझाना मुश्किल होता है. पानी के संपर्क में आने पर यह तुरंत हाइड्रोजन गैस और लिथियम-हाइड्रॉक्साइड पैदा करता है. अत्यधिक ज्वलनशीलता के कारण हाइड्रोजन गैस एक बड़ी समस्या है.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।