कोरोना के खिलाफ बच्चों के टीकाकरण : 12 से 14 साल के बच्चों को लग रही

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sadbhawnapaati
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कोरोना के खिलाफ बच्चों के टीकाकरण पर पूरा जोर दिया गया है. अब 12 से 14 साल के बच्चों का कोरोना टीकाकरण भी शुरू कर दिया गया है. इन बच्चों को CorBeVax वैक्सीन लगाई जा रही है.
Health News. देश में अब 12 से 14 साल के बच्चों का कोरोना टीकाकरण भी शुरू कर दिया गया है. इस उम्र के सभी बच्चों को CorBeVax वैक्सीन लगाई जा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि CorBeVax वैक्सीन की दो डोज लगाई जाएंगी. 28 दिनों के अंतराल में CorBeVax वैक्सीन की दोनों डोज दे दी जाएंगी. तीसरे ट्रायल के जो आंकड़े भी सामने आए हैं, वो ये साबित करते हैं कि ये वैक्सीन ज्यादा सुरक्षा देती है. एक्सपर्ट्स इस बात पर भी जोर दे रहे हैं कि वैक्सीन लेने से पहले बच्चे अपना पेट खाली रखें और किसी भी तरह की पेनकिलर ना लें.

जानकारी के लिए बता दें कि भारत में इस समय कोरोना की कुल तीन वैक्सीन तैयार कर ली गई हैं. CorBeVax वैक्सीन के जरिए 12 से 14 के बच्चों को टारगेट किया जाएगा. इससे पहले कोवैक्सीन के जरिए 15 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को टीका पहले ही लगा दिया गया है. अब CorBeVax के जरिए 4.7 करोड़ बच्चों का भी जल्द से जल्द टीकाकरण पूरा करना है.

वैसे इस टीकाकरण की अहमियत अभी इसलिए भी ज्यादा हो गई है क्योंकि चीन और पश्चिमी यूरोप के देशों में एक बार फिर कोरोना ने पैर पसार लिया है. वहां पर रोज के रिकॉर्डतोड़ मामले दर्ज किए जा रहे हैं.चीन के कई इलाकों में तो लॉकडाउन लगा दिया गया है. ऐसे में तेज टीकाकरम के जरिए ही इस वायरस के खिलाफ जीतने पर जोर दिया जा रहा है.

एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि भारत में जून के महीने में कोरोना की अगली लहर वाला अनुमान ज्यादा सटीक नहीं दिखता है. कहा गया है कि भारत में इन्फेक्शन, रीइन्फेक्शन वाला ट्रेंड ज्यादा देखने को मिला है. इसी वजह से तीसरी लहर के दौरान मामले जितनी तेजी से बढ़े थे, उतनी तेजी से घट भी गए थे.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।