‘प्रधानमंत्री हमारे मन की बात भी तो सुनें, ‘बृजभूषण से बड़ा कोई अपराधी नहीं’ धरने पर बैठे पहलवानों का बयान
Wrestlers Protest Live। एक ओर जहां जकार्ता एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली विनेश फोगाट ने एक ट्वीट कर बृजभूषण की सच्चाई उजागर की है वहीं दूसरी ओर जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी पहलवानों के धरने के पक्ष में आ गए हैं। उन्होंने तो यहां तक कहा है कि जब तक बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक धरने से नहीं उठना चाहिए।
विनेश फोगाट ने एक ट्वीट को रिट्वीट किया हैं। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, सच्चाई मेडल ना पहनाने की। ट्वीट में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में 16 से 18 अप्रैल 2023 के बीच आयोजित ग्रीको रोमन स्टाइल एंड वुमन रेसलिंग प्रतियोगिता में विजेता खिलाड़ियों को मेडल पहनाते नजर आ रहे हैं।
डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष होते हुए बृजभूषण शरण सिंह यह कर सकते हैं लेकिन जब पहलवानों के विरोध के बाद खेल मंत्रालय ने जब जनवरी 2023 में निगरानी समिति का गठन किया था तब साफ कर दिया था कि बृजभूषण शरण सिंह आरोपों की जांच होने तक भारतीय कुश्ती महासंघ के कामकाज में किसी भी प्रकार से दखल नहीं देंगे।
ऐसे में सवाल उठता है कि निगरानी समिति की रिपोर्ट आए बिना या बृजभूषण शरण सिंह को क्लीन चिट मिले बिना वह कैसे महासंघ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं। यही नहीं, बृजभूषण शरण सिंह खुद भी ट्रायल से दूर रहने की बात कह रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बृजभूषण की मौजूदगी उनके दावे पर सवाल खड़ी कर रही है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने देश के शीर्ष पहलवानों को भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी होने और सभी पदों से हटाने तक धरने से नहीं हटने की सलाह दी। यह पूछने पर कि जंतर-मंतर पर धरना दे रहे खिलाड़ियों पर दबाव बनाया जा रहा है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर हो गई है, अब आप सब अपने घर लौट जाएं, इसके ऊपर आपका क्या कहना है?
इस पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि एफआईआर कोई चीज नहीं होती, उसे कोई भी लिखा सकता है, लेकिन एफआईआर नहीं लिखी जा रही थी इससे यह साबित हो रहा है कि कौन फोर्सेज हैं, जिनसे पहलवानों की लड़ाई है, तो जब तक उस आदमी को पद से नहीं हटाया जाता और गिरफ्तारी नहीं होती तब तक इनको अपना धरना छोड़ने पर विचार नहीं करना चाहिए।
‘प्रधानमंत्री हमारे मन की बात भी सुनें…
वहीं विनेश फोगाट ने कहा, कानूनी प्रक्रिया पर हम कुछ नहीं कहेंगे? कई राज्यों से खिलाड़ी समर्थन कर रहे हैं. इसके अलावा विनेश फोगाट ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे मन की बात भी सुनें. करोड़ों लोग हमारे समर्थन में बैठे हैं, यही हमारी ताकत हैं. उन्होंने कहा कि हमें नॉलेज नहीं कि कितने सांसद और विधायक हैं.

 
			 
				 
			 
                                
                             
 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		