भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इसी मामले को लेकर कई पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हैं।
22 दिनों से देश को मेडल दिलाने वाले कई पहलवान दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। पहलवानों का दर्द आज रविवार (14 मई) को एक बार फिर से छलक उठा। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए हैं।
बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट,साक्षी मालिक ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि हमें धरने पर बैठे हुए 22 दिन हो गए हैं, अभी तक बीजेपी से कोई हमारे पास नहीं आया। इन्हें बस बृजभूषण शरण सिंह को बचाना है, इसीलिए कई तरह से हमारे धरने को ख़त्म करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन हम इंसाफ की लड़ाई अंतिम सांस तक लड़ेंगे।
BJP की महिला सांसदों को पत्र लिखेंगे पहलवान
ओलंपिक मेडल विनर साक्षी मलिक ने कहा कि कल हम BJP की महिला सांसदों को लेटर लिखकर उनसे मदद की गुहार करेंगे। उनके घर पर लेटर पहुंचाएंगे। हमें सभी समाज के लोगों का समर्थन चाहिए। यह इंसाफ की लड़ाई है। हम लोग जो आरोप लगा रहे हैं, वो सही हैं।
इसलिए आप सभी लोग हमारे समर्थन में आएं। विनेश फोगाट ने अपील की कि मंगलवार को सभी लोग अपने-अपने जिला मुख्यालय में जाकर ज्ञापन दें। साथ में यह भी कहा की हमारे समर्थन में 16 मई को बड़ी संख्या में लोग सत्याग्रह करें।
बृजभूषण सिंह का बयान किया गया दर्ज
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि कल ओलंपिक संघ ने जो भारतीय कुश्ती महासंघ को भंग किया है। उसका हम स्वागत करते हैं। बता दें कि, इस मामले में दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को बृजभूषण सिंह का बयान दर्ज किया था। पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर का भी बयान दर्ज किया।
दिल्ली पुलिस ने पिछले महीने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो मामले दर्ज किए थे। जिसके बाद पहलवान यह मांग करने लगे थे की जो मामले दर्ज किये गए हैं उसमे क्या लिखा है हमें पता ही नहीं है। कृपया इसे सार्वजनिक किया जाए।
SIT गठन हुआ
पहली एफआईआर एक नाबालिग की ओर से लगाए गए आरोपों से जुड़ी है, जिसमें पॉक्सो कानून और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वहीं, दूसरी एफआईआर वयस्कों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से संबंधित मामला है।
इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को विशेष अदालत को बताया था कि मामले की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। अब इस मामले की जाँच SIT करेगी जिससे जांच में तेजी आने की उम्मीद है।