15 August 2020 | 15 अगस्त को न तो बच्चों की रैलियां, न झांकियां | Ganesh | Muharram | Taziya | Onam

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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कोरोना के कारण इस बार मध्यप्रदेश में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस तो मनाया जाएगा, लेकिन न तो बच्चों की रैलियां निकाली जाएंगी और नह कोई झांकी ही निकलेगी। देश की स्वतंत्रता का यह दिन इस बार बिना भीड़-भाड़ के सीमित रूप से ही मनाया जाएगा।

यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्री और अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग मीटिंग में लिया। उन्होंने कहा कि देश के सम्मान का यह कार्यक्रम लोगों की सेहत और कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए बहुत ही सीमित रूप से मनाया जाएगा।न तो रैली और ही झांकियां होंगी 15 अगस्त के सबसे बड़े कार्यक्रम प्रशासन के बाद स्कूल और कॉलेज में आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान सभी जगह बच्चों की प्रभात रैलियों से लेकर सार्वजनिक रूप से बड़े-बडे कार्यक्रम मनाएं जाते हैं। 31 अगस्त तक स्कूलों के बंद रहने के कारण इस बार स्कूल और कॉलेजों में कोई कार्यक्रम नहीं हो पाएंगे। ऐसे में एनसीसी और स्काउट गाइड के छात्र-छात्राएं भी परेड में शामिल नहीं हो पाएंगे। भोपाल के लाल परेड मैदान पर कार्यक्रम में इस बार किसी भी विभाग द्वारा झांकियां भी नहीं लगाई जाएंगी। अधिकांश विभागों में 30% से लेकर 50% तक ही कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। अब तक लाल परेड मैदान पर किसी तरह की तैयारियां भी शुरू नहीं की गई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए आगामी गणेश उत्सव, मोहर्रम, जन्माष्टमी आदि त्यौहार सार्वजनिक रूप से नहीं मनाए जा सकेंगे। गणेश प्रतिमाएं सार्वजनिक रूप से स्थापित नहीं की जा सकेंगी तथा जन्माष्टमी एवं मोहर्रम पर जुलूस व ताजिए नहीं निकाले जा सकेंगे। शिवराज ने लोगों से घर पर ही इन त्यौहारों को मनाए जाने का अनुरोध किया है। इसके अलावा पूजा स्थलों पर एक बार में सिर्फ 5 लोग ही इकट्ठे हो सकते हैं। इस महीने 11 और 12 अगस्त दो दिन जन्माष्टमी है। इसके बाद 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस। 16 को पारसी न्यू ईयर, 22 को गणेश चतुर्थी, 29 को मुहर्रम और 31 को ओणम है। इससे पहले 1 अगस्त को ईद और 3 को रक्षाबंधन पर भी किसी तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो पाए।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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