अंकुरित अनाज खाने से सेहत को हो सकता है नुकसान… जानिए किस मौसम में ?

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sadbhawnapaati
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वैसे तो अंकुरित अनाज सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है और इसे नियमित तौर पर अपनी डाइट में शामिल करना आपको सेहत और ब्यूटी के कई फायदे दे सकता है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर सेहतमंद चीज, हर वक्त एक सा ही परिणाम दे। जी हां, अंकुरित अनाज के चाहे कितने भी फायदे हों, ले‍किन बारिश के दिनों में इसे खाना आपके लिए हानिकारक हो सकता है।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर अंकुरित अनाज कैसे सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. तो हम आपको बताते हैं इसका कारण.

दरअसल बरसात के दिनों में फूड पॉइजनिंग और पेट खराब होने की समस्या सबसे ज्यादा होती है। इसका सबसे बड़ा कारण है, पानी या अन्य खाद्य पदार्थों में मौजूद बैक्टीरिया के कारण होने वाला संक्रमण, जो आपके पेट को न सिर्फ खराब करता है बल्कि उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं को जन्म देकर आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

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डाइ‍टीशियन इस मौसम में अंकुरित अनाज न खाने की सलाह देते हैं, जिसका पहला कारण है कि इन्हें ज्यादा समय तक पानी में भिगोया जाता है और उससे भी अधिक समय तक इसमें नमी बनी रहती है। ऐसे में इनमें खतरनाक बैक्टीरिया होने का खतरा और भी बढ़ जाता है।

दूसरा कारण यह है कि इसमें फाइबर की मात्रा अत्यधिक होती है जो मोशन होने में सहायक होते हैं। ऐसे में यह डायरिया जैसी समस्या का कारण भी बन सकता है जिससे शरीर में पानी एवं पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।

हालांकि अगर आप इस मौसम में अंकुरित अनाज खाना ही चाहते हैं, तो इसे अच्छी तरह से उबालकर ताजा रहते ही इसका प्रयोग कर लें, ताकि यह आपको हानि न पहुंचा सके।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।