बॉलीवुड के ट्रैजेडी किंग दिलीप कुमार का 98 साल की उम्र में निधन

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार दिलीप कुमार का बुधवार सुबह 7.30 बजे लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. उनका मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में पिछले काफी दिनों से इलाज चल रहा था. उन्हें पिछले महीने से ही सांस संबंधित समस्याएं बनी हुई थी. जिसके चलते उन्हें मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यही पर 98 वर्षीय दिलीप कुमार ने आखिरी सांस ली। दिलीप साहब के साथ उनकी पत्नी अभिनेत्री सायरा बानो उनकी आखिरी सांस तक साथ रहीं. सायरा दिलीप कुमार का खास ख्याल रख रही थीं फैंस से लगातार दुआ करने की अपील भी कर रही थीं.

दिलीप कुमार के निधन की खबर से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक पसर गया है. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. दिलीप कुमार को लंबे समय से सांस में तकलीफ की समस्या बनी हुई थी. छह जून को भी इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उस समय उनके फेफड़ों के बाहर तरल पदार्थ एकत्र हो गया, जिसे चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक निकाल दिया था पांच दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान में हुआ था उनका पहला नाम यूसुफ खान था. बाद में उन्हें पर्दे पर दिलीप कुमार के नाम से शोहरत मिली. बताया जाता है कि दिलीप कुमार ने एक प्रोड्यूसर के कहने पर अपना नाम बदला था. दिलीप कुमार की शुरुआती पढ़ाई नासिक में हुई. बाद में उन्होंने फिल्मों में अभिनय का फैसला किया 1944 में रिलीज हुई फिल्म ज्वार भाटा से डेब्यू किया. जुगनू दिलीप कुमार की पहली हिट फिल्म बनी. उनकी फिल्म मुगल-ए-आजम उस वक्त की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी. अगस्त 1960 में रिलीज हुई यह फिल्म उस वक्त की सबसे महंगी लागत में बनने वाली फिल्म थी.

[/expander_maker]

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।