मध्यप्रदेश के देवास जिले में नकली सिंदूर बनाने का कारखाना मिला है। यहां पुरानी बैटरियों को गलाकर मशीनों के माध्यम से सिंदूर बनाया जा रहा था। पुलिस ने कंपनी में दबिश देकर काम बंद करवाया।
पुलिस को सिंदूर जैसी दिखने वाली करीब 25 किलोग्राम की 100 से अधिक बोरियां मिली है। जब्त सामग्रियों की अनुमानित कीमत साढ़े 7 लाख रुपये बताई गई है।
जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र के अमोना में स्थित एक कंपनी में पुरानी बैटरियों को गलाकर मशीनों के माध्यम से सिंदूर बनाया जा रहा था। पुलिस को खबर मिली तो अधिकारी मौके पर पहुंचे। नकली सिंदूर बनाने वाली सामग्रियों को जब्त किया।
कंपनी में काम बंद करवाकर जांच प्रारंभ कर दी है। पुलिस ने बताया कि मप्र वूलन मिल्स प्रा लि कंपनी में पुरानी बैटरियों को जलाकर व गलाकर मशीनों के माध्यम से सिंदूर जैसा दिखने वाला यह पदार्थ बनाया जा रहा था।
यह पदार्थ जिन बोरियों में पैक हो रहा था उनमें न तो कुछ नाम था और न ही जीएसटी नंबर व न ही एमआरपी मार्कर था।
फिलहाल औद्योगिक पुलिस ने शंका के आधार पर कार्रवाई की है। मामले में अन्य विभाग भी जांच करेंगे उसके बाद पता चलेगा कि यह कंपनी कब से इस प्रकार से सिंदूर जैसा लाल पदार्थ बना रही है और इसे कहां सप्लाई किया जाता है।
पुलिस को सिंदूर जैसी दिखने वाली करीब 25 किलोग्राम की 100 से अधिक बोरियां मिली है। जब्त सामग्रियों की अनुमानित कीमत लगभग साढ़े 7 लाख रुपये बताई गई है। पुलिस कंपनी मालिक का पता लगाने में जुटी है।
पुलिस कर रही है जांच
सीएसपी विवेकसिंह चौहान ने बताया कि अभी औद्योगिक थाना क्षेत्र में मुखबिर की सूचना प्राप्त हुई थी कि यह मप्र वूलन मिल्स प्रालि है। इसमें नकली सिंदूर बनाया जा रहा है। जिसका उपयोग लाल रंग का होने से मिर्च में मिलावट में किया जाता है।
उक्त सूचना की तस्दीक पर पुलिस द्वारा चेक करवाया गया तो अभी बैटरी को गलाकर पॉवडर के रूप में एकत्रित किया जा रहा है।
इस पर मार्कर वजन संबंधी क्या पदार्थ बना है ऐसा कुछ भी उल्लेखित नहीं है। मामले में जांच की रही है। जांच के बाद जैसी स्थिति पाई जाएगी वैसी कार्रवाई की जाएगी।