भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा मेटावर्स में हुए शामिल, पर्सनल एनएफटी लॉन्च करने की घोषणा की

sadbhawnapaati
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Sports News. मुंबई इंडियंस और भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा मेटावर्स में शामिल होने वाले नए एथलीट बन गए हैं। उन्होंने पर्सनल एनएफटी लॉन्च करने की घोषणा की है।
 इस एनएफटी के साथ वे एक मैसेज भी देंगे। रोहित शर्मा ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह एनएफटी लॉन्च करेंगे।
जिसमें उनके फोटो के साथ एक गैंडे की कलाकृति और ऑटोग्राफ शामिल रहेगा। इसे सप्ताह के अंत में फैनक्रेज पर लॉन्च किया जाएगा।
रोहित शर्मा पशु संरक्षण के लिए मुखर रहे हैं। उन्होंने ‘रोहित 4 राइनो’ नाम से एक अभियान भी शुरू किया था, ताकि एक सींग वाले गैंडे की स्थिति और संरक्षण के तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
रोहित के खेलने पर गैंडों के संरक्षण के लिए पैसे दिए जाते हैं। रोहित ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच की शुरुआत में सिक्स जड़कर 5 लाख रुपये हुई कमाई दान कर दी थी।

सेव द राइनो

आईपीएल 2021 के शुरुआती मैच में रोहित शर्मा को ‘सेव द राइनो’ के साथ जूते पहने देखा गया था। एनएफटी लॉन्च पर बोलते हुए उन्होंने कहा, मेरे लिए यह स्पेशल है कि मैं इसे अपने दिल के इतने करीब ले जाऊं।
शर्मा ने आगे कहा, हम सभी को एक बेहतर दुनिया को पीछे छोड़ने की दिशा में काम करने की जरूरत है। मुंबई पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई है, लेकिन यहां एक जीत से उसे सीएसके के अंतर को पाटने में मदद मिलेगी।

एनएफटी क्या है?

NFT (नॉन फंजिबल टोकन) एक फाइनेंशियल सिक्योरिटी है। इसके जरिए डिजिटल डेटा का इस्तेमाल ब्लॉकचेन में होता है। यह एक डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर भी है। एनएफटी को बेचा जा सकता है।

इसका इस्तेमाल डिजिटल आर्ट और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद चीजों के लिए हो रहा है। एक डिजिटल आर्ट की कई कॉपी बनाई जा सकती हैं, लेकिन NFT का इस्तेमाल कर आर्टिस्ट एक कॉपी को ओरिजिनल करार दे सकता है।

नॉन फंजीबल असेट वो डिजिटल असेट होते हैं, जिन्हें किसी दूसरी चीज के साथ बदला नहीं जा सकता। जैसे जैक डोर्सी का पहला ट्वीट एनएफटी बन गया था।

आर्ट पीस, म्यूजिक, गेम, वीडियो को डिजिटल दुनिया में एनएफटी के रूप में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए रखा जाता है। इसका एक यूनिक कोड होता है, जो डिजिटल दुनिया में किसी और का नहीं हो सकता।

एक तरह का डिजिटल कॉपीराइट

एनएफटी के जरिए अमिताभ बच्चन करोड़ों रुपये कमाए कमा चुके हैं। उन्होंने एनएफटी कलेक्शन से 7.18 करोड़ रुपये कमाए थे।

जिसमें मधुशाला की प्रति, साइन वाले पोस्टर और कुछ अन्य चीजें शामिल थीं। इसे एक तरह का डिजिटल कॉपीराइट भी कहा जा सकता है।

यूनिक और कीमती चीजों की नीलामी के लिए किसी ऑक्शन हाउस की जरूरत नहीं, आप उसे एनएफटी के तौर पर नीलाम कर सकते हैं। यदि एनएफटी कहीं और बेचा जाता है तो उस पर आर्टिस्ट को रॉयल्टी भी मिलती है।

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