एमपी में दो जून तक नौतपा है। नौतपा के विदाई से पहले प्रदेश में एक बार से फिर से तपिश बढ़ गई है। कई जिलों में अधिकतम तापमान फिर से बढ़ने लगे हैं।
प्रदेश के नौगांव में मंगलवार को सबसे अधिक तापमान रेकॉर्ड किया गया है। छतरपुर के नौगांव में 45.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा है।
राजधानी भोपाल में मंगलवार को अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा है। देर शाम भोपाल में बादल जरूर छाए थे लेकिन बारिश नहीं हुई है।
दरअसल, प्रदेश में नौतपा के सात दिन बीत गए हैं। भोपाल को छोड़ दें तो कुछ जिलों में फिर से तापमान बढ़ने लगे हैं। इसके साथ ही मौसम में तपिश बढ़ गई है।
भोपाल में दिन के साथ ही रात का तापमान बढ़ने लगा है। मंगलवार को भोपाल में न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया है। ऐसे में लोगों को दिन और रात दोनों में ही गर्मी से राहत नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल के आसपास कोई स्ट्रांग सिस्टम अभी सक्रिय नहीं है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार ट्रफ लाइन दूर बनी थी। इनके कारण आसमान में बादल छाए रहे हैं। इसकी वजह से तापमान ज्यादा नहीं बढ़ा है। वहीं, मई में भोपाल में इस बार औसत तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रहा है।
मई के शुरुआती महीने में भोपाल में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ी है। भोपाल में इस बार 45.1 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान गया है।
वहीं, प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से जबलपुर, रीवा, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ रही हैं।
इसके साथ ही ग्वालियर, चंबल, सागर संभागों के जिलों में तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। मौसम विभाग ने इस बार सामान्य से कम बारिश होने की संभावना जताई है।
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष जून माह में मानसून के 15 जून के आसपास आने की संभावना जताई जा रही है। ग्वालियर संभाग में 1 जून से 30 सितंबर के बीच मानसून का सीजन रहेगा।
इस बार वर्षा सामान्य रहने के आसार हैं। 24 से 26 मई के बीच मानसून ग्वालियर-चंबल संभाग में पहुंचने की संभावना हैं। जून माह में राजधानी सहित पूरे प्रदेश में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
हालांकि सीजन में सामान्य से अधिक वर्षा होने के आसार हैं।वही दस दिन बाद जबलपुर में मानसून का असर देखने को मिल सकता है।
मानसून का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Today) के अनुसार, मौसम विभाग की मानें तो मानसून की पहली बारिश जबलपुर, सागर और अलीराजपुर से शुरू हो सकती है। जून में सबसे ज्यादा पानी ग्वालियर-चंबल में ही गिर सकता है।
प्रदेश के चंबल, शहडोल और नर्मदापुरम संभाग में 103%, भोपाल, सागर, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर संभाग में जुलाई-अगस्त में 120% बारिश होने का अनुमान है।
भोपाल में जून में कम और जुलाई-अगस्त में ही ज्यादा बारिश होने की संभावना है। उज्जैन और इंदौर संभाग में भी ज्यादा नहीं, बल्कि सामान्य बारिश ही होने का अनुमान है।