शिवराज का खेल जारी, मंच से फिर दो अधिकारियों को किया सस्पेंड, बोले- जनता ही मेरी भगवान

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आक्रामक अंदाज जारी है। वे इसी अंदाज में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। बुधवार को वे खरगोन में थे। शिकायतों के आधार पर उन्होंने मंच से ही खरगोन के जिला शिक्षा अधिकारी और भीकनगांव के सीएमओ को निलंबित कर दिया।
खरगोन में आयोजित जन सेवा अभियान कार्यक्रम में शिवराज ने कहा कि भीकनगांव में पैसे अध्यक्ष और सीएमओ को निकालने थे। सीएमओ ने अकेले ही निकाल लिए। मैं उन्हें सस्पेंड करता हूं। गड़बड़ नहीं चलेगी, इनकी जांच भी की जाएगी। इसके बाद उन्होंने खरगोन के जिला शिक्षा अधिकारी केके डोंगरे को निलंबित किया। डोंगरे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी।
बताया जाता है कि पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन समेत कई लोगों ने डोंगरे की शिकायत की थी।  मुख्यमंत्री ने खरगोन में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में भाग लिया। कृषि मंत्री कमल पटेल और वन मंत्री कुंवर विजय शाह भी उनके साथ विविध कार्यक्रमों में मौजूद रहे।

खरगोन में अशांति फैलाने वालों को छोड़ेंगे नहीं
शिवराज ने कहा कि जब खरगोन को दंगों की आग में झोंकने का प्रयास किया था, तब भी मैं खरगोन की जनता से जुड़ा था। हमारा प्रदेश शांति का टापू है। गुंडागर्दी, अशांति फैलाने वालों को मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। खरगोन में कोई गड़बड़ न हो, शांति बनी रहे, इसलिए विशेष सशस्त्र बल की तैनाती यहां की जाएगी। एक अतिरिक्त थाने की जरूरत बताई गई है, मैं उसे मंजूर करता हूं।  

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।