प्रमुख सचिव पर्यावरण गुलशन बामरा ने बताया कि 3 लाख से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में प्रदेश के सागर को 188.02 अंकों के साथ देश में 10वां स्थान मिला है। तीन लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास ने 180 अंकों के साथ देश में 6वां स्थान प्राप्त किया है। गत वर्ष देवास ने 200 में से 175.05 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त किया था। इंदौर को 200 में से 187, भोपाल को 181, जबलपुर को 172 और ग्वालियर को 114 अंक हासिल हुए हैं।
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में प्रथम पाँच में से तीन पुरस्कार मध्यप्रदेश के खाते में गये हैं। इंदौर को पहला, आगरा को दूसरा, ठाणे को तीसरा, श्रीनगर को चौथा और भोपाल को 5वां स्थान मिला है।
प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में “प्राण” ऑनलाइन पोर्टल पर शहरों द्वारा भी स्व-मूल्यांकन किया जाता है। शहरों को ठोस अपशिष्ट, सड़क धूल, निर्माण और विध्वंस कचरे का प्रबंधन, वाहनों के उत्सर्जन पर नियंत्रण और औद्योगिक प्रदूषण के संबंध में लागू की गई गतिविधियों और उपायों की रिपोर्ट देनी होती है।