Sports | ऑनलाइन हो सकता है राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह |

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह पहली बार इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण आनलाइन आयोजित हो सकते हैं जिसमें सभी विजेता अपने अपने स्थानों से 29 अगस्त को लॉग इन करके अपने नामों की घोषणा होते हुए सुनेंगे। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार खेल दिवस के मौके पर 29 अगस्त को दिये जाते हैं जो महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है।

खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया,” इस साल का पुरस्कार समारोह आनलाइन होने की संभावना है।भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार समारोह के दिन ही सुबह विजेताओं के नामों की घोषणा की जाएगी।” महामारी के कारण जून में मंत्रालय को पुरस्कारों के लिए आनलाइन आवेदन जमा कराने की तिथि को बढ़ाने के लिए बाध्य होना पड़ा था। बारिश के कारण ड्रा हुआ दूसरा टेस्ट मैच, सीरिज में इंग्लैंड 1-0 से आगे लॉकडाउन के बीच सिफारिश करने वाले लोगों को ढूंढने में ‘परेशानी’ के कारण खिलाड़ियों को खुद का नामांकन करने की स्वीकृति दी गई थी। खुद के नामांकन की स्वीकृति के कारण इस बार पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए। राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार शामिल हैं जो हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति देते हैं। बैठक के पहले दिन सोमवार को द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कारों के लिए क्रमश: 13 और 15 उम्मीदवारों के नाम की सिफारिश की गई। पिछले साल अनदेखी के बाद दिग्गज निशानेबाज जसपाल राणा को सोमवार को 13 कोचों की सूची में जगह मिली जिनके नाम की सिफारिश खेल मंत्रालय की चयन समिति ने इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिए की है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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