वकील का बड़ा दावा, ‘ईडी ने हिरासत में नहीं लिया, बयान दर्ज करवाने दफ्तर पहुंचे हैं संजय राउत’
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत को हिरासत में ले लिया था। महाराष्ट्र के 1000 करोड़ से ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में ईडी की टीम संजय राउत से पूछताछ कर रही थी। ईडी ने करीब नौ घंटे की पूछताछ के बाद राउत को हिरासत में लिया। टीम राउत को लेकर ईडी दफ्तर रवाना हुई थी। अब यहां ईडी संजय राउत से पूछताछ करेगी। सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत के आवास से 11.50 लाख रुपये की बेहिसाबी नकदी जब्त की है।
शिवसेना सांसद संजय राउत के वकील ने दावा किया है कि संजय राउत को ईडी ने हिरासत में नहीं लिया, केवल बयान दर्ज करवाने गए हैं. संजय राउत के वकील विक्रांत सबने ने बताया कि ईडी को कुछ दस्तावेज चाहिए थे. उसके झेरोक्स लिए और हमें फ्रेश समन दिया गया. उसी के बिनाह पर संजय राउत बयान दर्ज करवाने गए हैं. उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम रविवार सुबह शिवसेना सांसद संजय राउत के मुंबई स्थित आवास पर पहुंची थी.
पात्रा चॉल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने उनके आवास पर घंटों तलाशी ली और संजय राउत से पूछताछ की. जिसके बाद ईडी उन्हें अपने दफ्तर ले गई थी. ईडी के अधिकारी शिवसेना नेता को मुंबई में एजेंसी के कार्यालय ले गए.
अपनी कार में ईडी के दफ्तर गए संजय राउत
राज्यसभा सांसद संजय राउत बड़ी संख्या में शिवसेना समर्थकों के जमा होने के कारण अपनी ही कार से अपने घर से निकले थे. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा कि, “उनके खिलाफ झूठे आरोप और दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं. ये सब शिवसेना और महाराष्ट्र को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है. संजय राउत डरने वाले नहीं हैं. मैं पार्टी नहीं छोडूंगा.”
समन जारी होने पर नहीं हुए ईडी के समक्ष पेश
इससे पहले ईडी ने संजय राउत को दो बार समन जारी किया था. जिसमें आखिरी समन 27 जुलाई को भेजा गया था. संजय राउत किसी भी समन के जवाब में पेश नहीं हुए. राउत को ईडी ने मुंबई की पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. शिवसेना के उद्धव ठाकरे खेमे के सांसद संजय राउत ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के कारण निशाना बनाया जा रहा है.