राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी नीरज वशिष्ठ के नाम से कॉल करना एक बदमाश को महंगा पड़ गया।
आरोपी ने एमपी नगर में संदिग्धों को छुड़ाने के लिए टीआई को कॉल किया था। पुलिस ने आरोपी लकी उर्फ गोविंदा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार 26 मार्च को पुलिस ने गश्त के दौरान दो संदिग्धों को पकड़ा था। उनको छुड़ाने आए व्यक्ति को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ने की बात कहकर लौटा दिया था।
इसके बाद टीआई सुधीर अरजरिया के पास मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ओएसडी के नाम से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद का परिचय नीरज वशिष्ठ के रूप में दिया और टीआई से दोनों संदिग्धों को छोड़ने की बात कही।
टीआई को कॉल करने वाले ने बताया कि पचमढ़ी में नेटवर्क इश्यू होने के चलते वह पर्सनल नंबर से कॉल न करके दूसरे नंबर से कॉल कर रहा है। टीआई सुधीर अरजरिया को शक होने और मामला सीएम हाउस से जुड़ा होने पर उन्होंने पता लगाया तो पता चला कि किसी ने नीरज वशिष्ठ के नाम से फर्जी कॉल किया है।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी लकी उर्फ गोविंदा को गिरफ्तार कर उसके पास से मोबाइल जब्त कर लिया। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। आरोपी लकी उर्फ गोविंदा खुद को भारतीय जनता युवा मोर्चा की पूर्व कार्यकारिणी का सदस्य बताता है।