निगम मार्केट की जर्जर दुकानों का करेंगे कायाकल्प, अपर आयुक्त ने जोनल अफसरों को दिए निर्देश

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निगम मार्केट की जर्जर दुकानों का करेंगे कायाकल्प, अपर आयुक्त ने जोनल अफसरों को दिए निर्देश

Indore News। शहर में नगर निगम के लगभग 39 से अधिक मार्केट है जिसमें 46 से अधिक दुकानें जर्जर हालत में है। इन खराब दुकानों के कायाकल्प के लिए निगम अपर आयुक्त भव्या मित्तल ने जोनल अधिकारियों को इस के सर्वे के लिए निर्देश दिए हैं। निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल के समक्ष जर्जर दुकानों को लेकर चर्चा के साथ ही लाखों रुपए की लागत से इन दुकानों का कायाकल्प होगा। इसके बाद ही इसे नीलामी के तहत किराए पर दुकानें दी जाएगी। अभी की स्थिति में देखा जाए तो सबसे अधिक खराब जर्जर दुकानें गंगवाल बस स्टैंड के साथ-साथ महू नाका, लोहा मंडी पालिका प्लाजा महाराजा कंपलेक्स सहित कई ऐसी जगह है जहां पर दुकानें खराब हालत में है। यहां पर अब दुकानों के कायाकल्प किया जाएगा एवं जिन व्यापारियों को दुकानें किराए पर दी जाएगी उनको किसी भी स्तर से निर्माण की अनुमति नहीं दी जाएगी। अगर दुकानें खराब है तो वह निगम के मार्केट विभाग में सूचना देगा और निगम के अनुमति के बाद ही दुकान में कायाकल्प खुद दुकानदार भी कर सकेंगे। अभी की स्थिति में निगम आयुक्त के निर्देश पर सभी 19 जोनों के तहत आने वाले निगम के मार्केट में खराब दुकानों का सर्वे कर रिपोर्ट कमिश्नर तक पहुंचेगी जिसके उपरांत फैसला लिया जाएगा। इसमें लाखों रुपए की लागत से दुकानों का कायाकल्प होगा और उसके बाद 20 स्क्वायर फीट के हिसाब से 30 वर्ष की लीज पर उक्त दुकानें भी किराए पर दी जा सकती है। अपर आयुक्त भव्या मित्तल ने बताया कि निगम मार्केट में बड़े पैमाने पर खराब व जर्जर पुरानी दुकानें भी है जिनका कायाकल्प किया जाना है। इसके लिए जोनल अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल से चर्चा कर इन दुकानों का कायाकल्प होगा, फिर दुकान किराए पर दी जा सकती है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।