देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने कोरोना महामारी ने अपने विद्यार्थियों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है। सेमेस्टर सिस्टम प्रणाली से अंडर ग्रेजुएशन करने वाले विद्यार्थियों को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने आखरी मौका दिया है। 2010-2017 के बीच बीए, बीकॉम और बीएससी में एटीकेटी वाले विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया जाएगा। यह फैसला उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद विश्वविद्यालय ने लिया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले से छठे सेमेस्टर के विद्यार्थियों से आवेदन बुलवाएं हैं। अब कॉलेजों को 7 दिनों में विद्यार्थियों के नंबर भेजना है ताकि विश्वविद्यालय इनका अगस्त में रिजल्ट जारी कर सके। विभाग ने 2010 में सेमेस्टर सिस्टम प्रणाली लागू किया लेकिन 7 साल में इसे खत्म कर दिया। 2010 से 2017 के बीच यूजी कोर्स के पहले से छठे सेमेस्टर के एक एक विषय में रुके विद्यार्थियों की 4 साल से विश्वविद्यालय एटीकेटी परीक्षा करवा रहा है। बावजूद अभी तक दो हजार से ज्यादा विद्यार्थियों का कोर्स पूरा नहीं हुआ है। इनके लिए विश्वविद्यालय ने 20 जुलाई तक आवेदन बुलवाए थे। इसके बाद कॉलेजों को विद्यार्थियों की इंटरनल परीक्षा करवाकर विश्वविद्यालय को मार्क्स भेजना है। यह काम 31 जुलाई तक पूरा करना है। विश्वविद्यालय ने जल्द ही विद्यार्थियों के नंबर ऑफलाइन भेजने के निर्देश दिए हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ आशेष तिवारी का कहना है कि विद्यार्थियों के मार्क्स आने के बाद रिजल्ट बनाने का काम शुरू किया जाएगा। 10 अगस्त तक रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा।