जेईई मेंस और जेईई एडवांस को पारदर्शी और बेहतर बनाने के लिए सरकार ने नए जेईई शीर्ष बोर्ड (जेईई एपेक्स बोर्ड) का गठन किया है। कुल 19 सदस्यीय बोर्ड की जिम्मेदारी आईआईटी मद्रास के पूर्व निदेशक प्रोफेसर भास्कर रामामूर्ति को दी गई है।
इसके अलावा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के महानिदेशक विनीत जोशी को सदस्य सचिव बनाया गया है। वहीं, सीबीएसई के चेयरमैन, आईआईटी, एनआईटी के वरिष्ठ अधिकारियों समेत कई राज्यों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है।
शिक्षा मंत्रालय के निदेशक (आईआईटी) प्रशांत अग्रवाल की ओर से इस संबंध में नोटिस जारी किया गया है। यह नया जेईई एपेक्स बोर्ड इससे पहले काम कर रहे बोर्ड का स्थान लेगा, जिसका कार्यकाल 31 मार्च 2022 को समाप्त हो गया था। हालांकि बोर्ड पिछले बोर्ड की तुलना में काफी विस्तृत है।
साथ ही इसके कामकाज को बेहतर बनाने के लिए कुछ नए उपाय भी किए गए हैं। जेईई मेंस परीक्षा से जुड़ी नीति, नियम व व्यवस्था इस बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में होगा।
जेईई से संबधित प्रशासनिक विषय, वित्तीय निर्णय व अदालती मामलों की जिम्मेदारी भी इसी बोर्ड के पास रहेगी। जेईई मेंस व जेईई एडवांस की प्रक्रिया और बेहतर व पारदर्शी बनाने के लिए जेईई बोर्ड का गठन किया गया है।
जेईई के इस शीर्ष बोर्ड में कुल 19 सदस्य होंगे। हर बार की तरह इस बार भी जेईई के इस बोर्ड में विभिन्न आईआईटी संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
कुल 19 सदस्यीय बोर्ड की जिम्मेदारी आईआईटी मद्रास के पूर्व निदेशक को दी गई
एनटीए जेईई मेंस-2022 का आयोजन जून और जुलाई के दौरान दो चरणों में करेगा। जेईई मेंस के पहले चरण की परीक्षाएं 20 जून से शुरू हो रही है। यह परीक्षाएं पूरी होने के उपरांत अगले चरण की परीक्षाएं जुलाई के दौरान आयोजित की जाएंगी।
इन दोनों ही परीक्षाओं में टॉप ढाई लाख क्वालिफाइड अभ्यर्थी जेईई एडवांस 2022 की परीक्षा में भाग लेंगे।
जेईई मेंस और एडवांस की मेरिट से आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, सामान्य इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले होंगे।