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International News – रूस – यूक्रेन युद्ध की 10 अहम् बाते जो जानना है जरुरी,   

अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के “ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे.”

विदेश | यूक्रेन के शहरों और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले करने और तीन तरफ से सैनिकों और टैंकों को भेजने के बाद शुक्रवार को रूसी बल राजधानी कीव के बाहरी इलाकों तक पहुंच गये. राजधानी कीव में धमाकों की कई आवाजें सुनी गईं. रूसी सैनिकों ने दूसरे दिन भी हमले जारी रखे हैं. इस बीच पश्चिमी नेताओं ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने एक ऐसे हमले को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई जो उनकी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिरा सकता है, बड़े पैमाने पर इसमें लोग हताहत हो सकते है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच सकता है.

यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज किया और अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के “ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे.”

1 यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूसी बलों को कीव से लगभग पांच किलोमीटर (तीन मील) की दूरी पर देखा गया है, वे हमले के लिए यूक्रेन की राजधानी की ओर बढ़ रहे हैं. पुलिस ने लोगों से शहर में एक मेट्रो स्टेशन से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा क्योंकि इलाके में गोलियां चल रही हैं. शुक्रवार को तड़के कीव में हवाई हमले के सायरन बजते ही, शहर के एक होटल के मेहमानों को भूतल में एक अस्थायी आश्रय स्थल पर जाने को कहा गया. कर्मचारियों, सभी स्थानीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने मेहमानों को चाय और कुछ खाद्य सामग्री दी.

2 यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि “दुश्मन के तोड़फोड़ और टोही समूह” द्वारा संघर्ष को उकसाया गया. रूसी सेना पहली बार गुरुवार को कीव के बाहरी इलाके में पहुंची जब हेलीकॉप्टर से चलने वाले सैनिकों ने ओबोलोंस्की के नजदीक शहर के बाहर गोस्टोमेल हवाई क्षेत्र पर हमला किया.

3 यूक्रेन के अधिकारियों और अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेनाएं क्रीमिया (जिस पर 2014 में रूस ने कब्जा कर लिया था) के दक्षिणी हिस्से से पूर्व में यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और बेलारूस से देश के उत्तरी भाग में लगातार हमला कर रही हैं. राजधानी शहर पर रूसी हमले के डर से, रात होते ही हजारों लोग भूमिगत हो गए, और कीव के मेट्रो स्टेशनों में चले गये। कुछ ने अस्थायी बंकरों में रात बिताई.

4 यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कीव में रहने की कसम खाई है क्योंकि उनके सैनिक दूसरे विश्व युद्ध के बाद से एक यूरोपीय राज्य पर सबसे बड़े हमले के रूप में रूसी आक्रमणकारियों से लोहा ले रही है. ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में चेतावनी दी, “दुश्मन ने मुझे अपना पहला टारगेट बनाया है.” उन्होंने कहा, “दूसरा टारगेट मेरा परिवार है. मैं राजधानी में रहूंगा. मेरा परिवार भी यूक्रेन में है.”

5 रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार कहा कि मास्को “यूक्रेन को उत्पीड़न से मुक्त” करना चाहता है. लावरोव ने मॉस्को में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर “पुतिन ने यूक्रेन को विसैन्यीकरण और नाज़ी विचारधारा से मुक्त करने के लिए एक विशेष सैन्य अभियान चलाने का निर्णय लिया.”

6 रूसी बलों ने कहा कि उन्होंने मास्को से जुड़े क्रीमिया में पानी की आपूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण नहर पर नियंत्रण कर लिया है, जो पिछले आठ वर्षों से कमी से जूझ रहा है. 2014 तक क्रीमिया ने अपना अधिकांश पानी यूक्रेन की नीपर नदी से उत्तरी क्रीमियाई नहर के माध्यम से हासिल किया. बाद में मास्को ने प्रायद्वीप पर कब्जा कर लिया और कीव अधिकारियों ने जलमार्ग को रोक दिया.

7 यूक्रेन के आक्रमण ने रूस पर गंभीर आर्थिक प्रतिबंधों को आमंत्रित किया है. व्हाइट हाउस के एक भाषण में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि रूसी बैंकों, कुलीन वर्गों और उच्च प्रौद्योगिकी वाले क्षेत्रों को निशाना बनाकर प्रतिबंध लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी चार बड़े रूसी बैंकों की संपत्तियों को ब्लॉक करेंगे, निर्यात पर नियंत्रण लागू करेंगे और कुलीन वर्गों पर प्रतिबंध लगाएंगे.

8 अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुष्टि की कि अभी के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर सीधे प्रतिबंध लगाने का कोई प्रयास नहीं किया गया था. पुतिन के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने अपने दो दशकों की सत्ता के दौरान एक विशाल और गुप्त धन इकट्ठा किया है.

9 बाइडन ने कहा कि यूक्रेन संकट पर भारत के साथ अमेरिका विचार-विमर्श करेगा. रूस के साथ भारत की मित्रता ना सिर्फ ऐतिहासिक है, बल्कि समय की कसौटी पर हमेशा खरी भी उतरी है. साथ ही, अमेरिका के साथ भारत की रणनीतिक साझेदारी पिछले डेढ़ दशक में अभूतपूर्व गति से बढ़ी है.

10 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार देर रात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की और “हिंसा को तुरंत समाप्त करने” की अपील की. यूक्रेन द्वारा भारत से हस्तक्षेप की तत्काल अपील करने के कुछ घंटे बाद दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत हुई.

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