नई दिल्ली: यमन के हौथी विद्रोही समूह ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हुए हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें दो भारतीयों सहित तीन लोगों के मारे जाने की आशंका है।
दरअसल यूएई में तैल के टैंकरों में विस्फोट के बाद लगने की खबर सामने आई है, जिसमें तीन लोगों के मारे जाने की आशंका है। बताया जा रहा है कि मरने वालों में दो भारतीय नागरिक हैं।
हमले में मरने वाला एक अन्य व्यक्ति पाकिस्तानी नागरिक बताया जा रहा है।
समूह के प्रवक्ता याह्या सारी ने एक संक्षिप्त प्रेस बयान में कहा, संयुक्त अरब अमीरात के अंदर स्ट्रेटेजिक ऑपरेशन पर विवरण प्रकट करने के लिए आने वाले घंटों में एक महत्वपूर्ण बयान की घोषणा की जाएगी।
आधिकारिक डब्ल्यूएएम समाचार एजेंसी ने अबू धाबी पुलिस की एक घोषणा का हवाला देते हुए बताया कि यूएई की राजधानी के मुसाफ्फा औद्योगिक जिले में अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) की भंडारण सुविधाओं के पास तीन पेट्रोलियम टैंकरों के विस्फोट के बाद आग लग गई। इसके बाद हौथी समूह ने हमले को लेकर बयान जारी किया।
डब्ल्यूएएम के अनुसार, अबू धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए निर्माण क्षेत्र में भी आग लग गई।
डब्ल्यूएएम ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आग और विस्फोट संभवत: क्षेत्र में अज्ञात ड्रोन के कारण होने की आशंका है।
यूएई सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन का एक सक्रिय सदस्य है, जो यमन के विभिन्न क्षेत्रों में हौथी विद्रोही मिलिशिया के खिलाफ बड़े पैमाने पर युद्ध लड़ रहा है।
सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 2015 में यमनी संघर्ष में राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार का समर्थन करने के लिए हस्तक्षेप किया, जब ईरान समर्थित हौथी मिलिशिया ने उन्हें राजधानी सना से बाहर कर दिया।
हौथी मिलिशिया ने हाल ही में विभिन्न सऊदी शहरों के खिलाफ सीमा पार ड्रोन और मिसाइल हमलों को तेज कर दिया है। फरवरी 2021 में, हौथी मिलिशिया ने मध्य यमन में तेल-समृद्ध प्रांत मारिब पर कब्जा करने के लिए सरकारी सेना के खिलाफ एक बड़ा हमला किया था।