मास्को: रूस और यूक्रेन के बीच तनाव चरम पर है। कभी भी युद्ध की बिगुल बज सकता है। रूस ने यूक्रेन से अपने डिप्लोमैट्स को निकालना शुरू कर दिया है। मास्को का यूक्रेन के कीव में दूतावास है और खार्किव ओडेसा और ल्वीव में वाणिज्य दूतावास हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कीव में दूतावास से निकासी शुरू हो गई है। ऐसे में बुधवार के दिन यूक्रेन की संसद ने एक कानून के लिए वोटिंग की। जिसमें यूक्रेन के हर नागरिक के पास आत्म रक्षा के लिए हथियार रखने की परमिशन होगी।
यूक्रेन में लगा इमरजेंसी?
युद्ध जैसी स्थिति बनते देख यूक्रेन ने देश में इमरजेंसी लागू कर दी है। यूक्रेन ने डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों के अलावा सभी यूक्रेनी क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति लागू कर दी है. खतरे को देखते हुए यूक्रेन में हड़कंप मच गया है। देश के लोगों को जंग के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। दुनिया भी दो खेमों में बट गई है। अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे दिग्गज देश रूस पर कई पाबंदिया लगा चुके हैं।
बात करने के लिए तैयार हैं पुतिन
इससे पहले, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि उनका देश हमेशा कूटनीति के लिए खुला है। हालांकि, यह अपने स्वयं के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को पहले रखता है और “एक कठिन अंतरराष्ट्रीय स्थिति” के मद्देनजर अपनी सेना को मजबूत करना जारी रखेगा। रॉयटर्स ने पुतिन के हवाले से कहा, “हमारा देश हमेशा सीधी और ईमानदार बातचीत के लिए खुला है और सबसे जटिल मुद्दों के राजनयिक समाधान खोजने के लिए तैयार है। लेकिन मैं यह दोहराना चाहता हूं कि रूस के हित और हमारे लोगों की सुरक्षा बिना शर्त है। इसलिए, हम अपनी सेना और नौसेना को मजबूत और आधुनिक बनाना जारी रखेंगे।
सीमा पर सैनिकों का जमावड़ा
सैटेलाइट इमेज में यूक्रेन की सीमा के पास दक्षिणी बेलारूस में 100 से अधिक सैन्य वाहनों और दर्जनों सैन्य टेंटों की नई तैनाती दिखाई गई है। मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी तस्वीर में यह भी दिखाया गया है कि यूक्रेन के साथ सीमा के करीब पश्चिमी रूस में एक सैन्य अस्पताल भी बनाया गया है।