सिसोदिया को झटका तिहाड़ में मनेगी होली, 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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नई दिल्‍ली। राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके बाद उनकी होली जेल में ही मानेगी। आम आदमी पार्टी के नेता की जमानत पर 10 मार्च को सुनवाई होनी है। इसके पहले सोमवार को सिसोदिया को तिहाड़ जेल भेजा जाएगा।
सोमवार को सीबीआई ने पूर्व डेप्युटी सीएम सिसोदिया को कोर्ट में पेश किया, तब वह रास्ते में मुस्कुराते दिखाई दिए। जब उन्हें पेशी के लिए ले जाया जा रहा था, तब उन्होंने मीडिया के सामने हाथ हिलाकर अभिवादन किया। सिसोदिया से दिल्‍ली की आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ की गई है। सीबीआई के वकील ने कहा कि इस समय हम आगे सीबीआई रिमांड नहीं चाहते हैं, लेकिन अगले 15 दिन में हम इस पर विचार करने वाले हैं। सीबीआई को पहले 5 दिन, फिर 2 दिन के लिए सिसोदिया की कस्टडी मिली थी।
जज एमके नागपाल ने सिसोदिया को दवाएं देने की इजाजत दी है। सिसोदिया की ओर से अनुरोध किए जाने पर कोर्ट ने जेल अधीक्षक को विपश्यना सेल में रखने के अनुरोध पर विचार करने को कहा है। सीबीआई सूत्रों के हवाले से पहले ही कहा गया था कि एजेंसी आज सिसोदिया की कस्टडी नहीं मांगेगी। 51 साल के सिसोदिया ने अदालत के सामने जमानत याचिका में कहा था कि सीबीआई उनसे बार-बार एक जैसे सवाल पूछ रही है। सिसोदिया का दावा है कि इस तरह उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है।
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया है कि सिसोदिया को कस्टडी में रखकर सीबीआई उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है, ताकि वह झूठे कबूलनामे पर दस्तखत कर दें। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीबीआई पहले दिन से कह रही है कि हमारे पास सारे सबूत हैं। फिर अब सीबीआई इस तरह से झूठे सबूत गढ़ने की कोशिश क्यों कर रही है और कोर्ट में यह क्यों कह रही है कि उनके पास शराब नीति का कैबिनेट नोट तक नहीं है।
उन्होंने मामले में कांग्रेस पर भी हमलावर होकर कहा कि कांग्रेस विपक्षी एकता की पक्षधर नहीं है, बल्कि बीजेपी के साथ उसकी मौन सहमति है। आतिशी ने कहा कि यह देश के लिए बड़ी चिंता की बात है। अगर सिसोदिया को कस्टडी में इस तरह से टॉर्चर किया जा रहा है, तब फिर ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। सीबीआई ने सिर्फ अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए झूठे आरोपों में सिसोदिया को अरेस्ट किया है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।