लक्ष्मी पूजा के बाद उसी स्थान पर बैठकर लक्ष्मी मंत्रों का जाप करें। मंत्र जाप के समय गाय के शुद्ध घी का दीपक पूरे समय जलते रहना चाहिए। कम से कम 11 माला का जाप अवश्य करें। मंत्र जाप कुश (एक प्रकार की घास) के आसन पर बैठकर करें तो बेहतर रहेगा।
मंत्र का जाप स्फटिक या कमलगट्टे की माला से करें | मंत्र जाप के बाद माला को पूजा स्थान पर रखें। मेष राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ऐं क्लीं सौं: वृश्चिक राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ऐं क्लीं सौं: कर्क राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ऐं क्लीं श्रीं वृषभ राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ऐं क्लीं श्रीं मिथुन राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ क्लीं ऐं सौं: सिंह राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ह्रीं श्रीं सौं: कन्या राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ श्रीं ऐं सौं: तुला राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं धनु राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ह्रीं क्लीं सौं: मकर राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं सौं: कुंभ राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं मीन राशि- इस मंत्र का जाप करें- ॐ ह्रीं क्लीं सौं:
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