एक लाख अधिकारी-कर्मचारियों को इसका तुरंत फायदा मिलेगा। समयमान वेतनमान के अब तक प्रचलित नियमों के हिसाब से यदि कर्मचारियों की पदोन्नति हो जाती थी तो उसे आगे समयमान वेतनमान में दिक्कतें थी और स्पष्टता नहीं थी कि आगे उन्हें लाभ किस हिसाब से दिया जाएगा। नए नियमों में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रमोशन के बाद समयमान वेतनमान का क्या तरीका होगा।
इससे अधिकारियों को सेवाकाल में समयमान वेतनमान से हर 8 से 10 साल की सेवा के बाद हर महीने 2 हजार से लेकर 5 हजार और कर्मचारियों को एक से तीन हजार रुपए का फायदा होगा | यदि किसी अधिकारी को नौकरी में आने के 5 साल बाद प्रमोशन मिल जाता है तो उसे द्वितीय समयमान वेतनमान 13 साल पूरे होने पर और तीसरा 14 साल बाद यानी 27 साल की सेवा के बाद मिल जाएगा। यदि अधिकारी को 20 साल में दूसरी पदोन्नति मिलती है तो उसे तीसरा समयमान वेतनमान 30 साल की नौकरी के बाद मिलेगा। 12 हजार सब इंजीनियर है जिन्हें 20 और 22 साल की सेवा के बाद अस्सिटेंट इंजीनियर के पद पर प्रमोशन मिल रहा था, लेकिन इसके बाद तीसरा समयमान वेतनमान का कोई प्रावधान नहीं था। नई व्यवस्था के हिसाब से उन्हें 28 साल की सेवा में तीसरा समयमान यानी कार्यकारी अभियंता (ईई) का वेतनमान मिल जाएगा। यदि 8 साल में कर्मचारी को पहला प्रमोशन मिलता है तो अगला द्वितीय समयमान वेतनमान 18 साल की सेवा के बाद और तीसरा 30 साल की सेवा के बाद मिल जाएगा। इससे दो लाख से ज्यादा कर्मचारी होंगे लाभान्वित |
Be First to Comment