150 से अधिक मौत के बाद महिलाओं को नग्न कर दौड़ते हुए विडियो पर मोदी बोले मेरा दिल पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है
सोशल मीडिया पर वीडियो दिखाने पर पाबंदी- सरकार ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को सख्त निर्देश दिया है कि मणिपुर की नग्न महिलाओं से जुड़े वीडियो को ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर शेयर न किये जाएं।
राजनाथ सिंह ने घटना को बताया शर्मनाक
संसद के मॉनसून सत्र के दौरान मणिपुर की घटना को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे शर्मनाक हरकत बताया है। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है, वहीं इस तरह की जघन्य घटनाओं को यदि उग्रवादियों द्वारा अंजाम दिया जाएगा तो हमारी सुरक्षा व्यवस्था को खतरा होगा। उन्होंने कहा कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करके कड़ी से कड़ी सजा देनी होगी। उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
विपक्ष हुआ सरकार के खिलाफ, मांगा जवाब
पूरा विपक्ष एक सुर में केंद्र सरकार के खिलाफ होकर मणिपुर की घटना पर जवाब मांग रहा है। गौरतलब है कि आज से संसद में मानसून सत्र शुरू हो रहा है, जिसको लेकर विपक्ष केंद्र सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे समेत कई राजनीतिक दल के नेताओं ने मणिपुर की घटना को लेकर घोर निंदा की है। हालांकि घटना के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की जा चुकी है, इसके बावजूद संसद में हंगामे के आसार पूरी तरह से नजर आ रहे हैं और कहा जा रहा है कि सीएम वीरेन सिंह से इस्तीफा मांगा जा सकता है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रतापगढ़ी ने कहा कि इतने दिन बाद पीएम मोदी की चुप्पी क्यों टूटी है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि दो महीने से मणिपुर जल रहा था तब पीएम मोदी चुप रहे। अब जब सोशल मीडिया पर महिलाओं को न्यूड घुमाने का वीडियो आया है और सरकार की थू-थू हो रही तब पीएम मोदी दुख जता रहे हैं।
खड़गे ने कहा, मर गई मानवता
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर की घटना को लेकर कहा कि मानवता मर चुकी है। मोदी सरकार और भाजपा ने राज्य के नाजुक सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर लोकतंत्र और कानून के शासन को भीड़तंत्र में बदल दिया है। खरगे ने कहा कि नरेंद्र मोदी भारत आपकी चुप्पी को कभी माफ नहीं करेगा। अगर आपकी सरकार में ज़रा भी विवेक बचा है, तो आपको संसद में मणिपुर के बारे में बोलना चाहिए और केंद्र और राज्य दोनों में अपनी दोहरी अक्षमता के लिए दूसरों को दोष दिए बिना, देश को बताना चाहिए कि क्या हुआ? खड़गे ने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।
राहुल गांधी का पीएम से सवाल, चुप क्यों हैं?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर की घटना पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पीएम क्यों चुप हैं? पीएम की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है। जब मणिपुर में भारत के विचारों पर हमला किया जा रहा है तो देश चुप नहीं रहेगा। हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं। राहुल ने कहा कि यहां पर शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने घटना पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मणिपुर से आ रही महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। महिलाओं के साथ इस भयावह हिंसा की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
घटना को अखिलेश ने बताया सभ्यता का चीरहरण
मणिपुर की इस घटना को यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सभ्यता का चीरहरण करार दिया है। अखिलेश ने मणिपुर की घटना को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह घटना बताती है कि मणिपुर में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से हमारी सभ्यता का चीरहरण होता दिख रहा है। केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है और पीएम को इस घटना पर देश को जवाब देना चाहिए।
चीफ जस्टिस हैरान, सॉलिसीटर जनरल को किया तलब
मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाने वाले वीडियो को लेकर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ हैरान हैं। उन्होंने तुरंत सॉलिसीटर जनरल को तलब किया है। चीफ जस्टिस ने कहा कि मणिपुर की घटना को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। चीफ जस्टिस ने कहा कि यह मानवाधिकारों और संविधान का सबसे बड़ा उल्लंघन है। उन्होंने इस मामले में सॉलिसिटर जनरल और अटॉर्नी जनरल को कोर्ट में पेश होने को कहा है। मणिपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर की इस घटना का स्वत: संज्ञान लिया है।
1,800 घंटे की चुप्पी के बाद मणिपुर पर 30 सेकंड बोले पीएम मोदी, मणिपुर में अपनी विफलताओं को छुपाने का प्रयास : कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट में कहा कि 1,800 घंटे से अधिक की समझ से बाहर और अक्षम्य चुप्पी के बाद, प्रधानमंत्री ने आखिरकार मणिपुर पर कुल 30 सेकंड तक बात की।