शिंदे के मंच पर बाला साहेब के बेटे-बहू: एकनाथ बोले हमने गद्दारी नहीं गदर किया
शिवसेना के इतिहास में पहली बार दो जगह दशहरा रैली हुईं। महाराष्ट्र के बीकेसी ग्राउंड में दशहरा रैली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जय के साथ अपना भाषण शुरू किया. एकनाथ शिंदे ने इस दौरान जयभवानी और बाला साहेब ठाकरे के जयकारे लगाए.
उन्होंने कहा कि शिवसेना संस्थापक के विचारों से प्रेरित यहां मौजूद कट्टर शिवसैनिकों का विनम्र अभिवादन करता हूं. एकनाथ शिंदे माइक से दूर हटकर झुके और मैदान में मौजूद जनता को प्रणाम किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि आपको (उद्धव ठाकरे) न्यायालय में जाकर शिवाजी पार्क तो मिल गया, लेकिन असली शिवसेना के वारिस हम हैं. एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने पहले भी कहा कि मैं राज्य का मुख्यमंत्री हूं, मैदान देने के मामले में मेरा कोई हस्तक्षेप नहीं है. हमने पहले आवेदन किया था. मैदान हमें मिल सकता था, लेकिन कानून व्यवस्था बनाने का मेरा काम था.
मुंबई के शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे ने कहा- जिसने शिवसेना से गद्दारी की, उन्हें गद्दार ही बोलूंगा। मंत्री पद उनके पास कुछ समय के लिए होगा, लेकिन इस जन्म से गद्दारी का दाग नहीं हटेगा। हर साल की परम्परा के तौर पर रावण दहन होगा। इस बार का रावण अलग है। इस बार का रावण अलग है। इस बार पचास खोके (करोड़) का खोकासुर है।
मैं बीमार था, उस समय जिसे जिम्मेदारी दी, उस कटप्पा ने धोखा दिया। उन्हें लगा उद्धव उठ नहीं पाएगा। वे नहीं जानते थे कि ये उद्धव नहीं उद्धव बाला साहेब ठाकरे है। विचित्र बात ये है, हमने सब दिया। मंत्री पद दिया। विधायक बनाया, मंत्री बनाया। जिन्हें दिया, वे नाराज होकर चले गए। जिन्हें दे नहीं पाया, वे निष्ठा से मेरे साथ खड़े हैं।