उम्रदराज साइबर ठगों के निशाने पर, लिंक पर क्लिक करते ही हो रहा पैसा ट्रांसफर 

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sadbhawnapaati
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Indore News। आनलाइन ठगी का जो नया तरीका ठगो ने ईजाद किया है उसमें जब तक मोबाईलधारी व्यक्ति कुछ समझ पाता तब तक तो उसके खाते से रुपये ट्रांसफर हो जाते है। ठगी का यह नया तरीका पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बन गया है क्योंकि इसमें बस मोबाईल पर आए लिंक को क्लिक करते ही ठगी हो जाती है।
लिंक भेज कर ठगी के मामले शहर में लगातार बढते ही जा रहे है और अधिकांश बुजूर्ग ही इसके शिकार हो रहे है। बताया जा रहा है कि पुलिस मामले की तह तक जाने में असफल इसलिए हो रही है कि उसे यह पता नहीं चल रहा कि इस तरह का डाटा ठगों तक कैसे पहुंच रहा है , पुलिस के लिए यह जानना मुश्किल हो रहा है ठगों को मोबाइल धारकों का डाटा कैसे उपलब्ध होता है। हालांकि सोशल साइट्स पर डाटा बेचने के आरोप कई बार लग चुके हैं।
इस तरह की ठगी में ठग बुजुर्गों को ही खास तौर पर निशाना बना रहे हैं इसमें एक बार लिंक खोलने के बाद राशि तब तक कटती रहती है जब तक उसे बंद न कर दिया जाए।
ठगी के इस नये तरिके से मोबाइल पर आई लिंक पर क्लिक करते ही खाते से लाखों रुपए कटने का मामला अब तिलक नगर और तुकोगंज थाने पर आया है इसके पहले लसूड़िया क्षेत्र के करीब 30 से ज्यादा लोगों के साथ इस प्रकार की ठगी हो चुकी है ।
फरियादी जयप्रकाश गुरगेला उम्र चालीस साल.की शिकायत पर पुलिस ने एक मोबाइल सिम धारक के खिलाफ धोखाधड़ी व आईटी एक्ट का केस दर्ज किया है। तिलक नगर पुलिस के अनुसार 5 सितंबर को फरियादी के मोबाइल नंबर पर जियो फाइवर की लिंक आई जैसे ही उसने लिंक खोली उसके एक्सिस बैंक के खाते से चार बार में क्रमश 299 , 49,999, 49,000 व 49,000 रुपए कट गए ।
वहीं सीताबाग कॉलोनी निवासी दिनेश फरक्या उम्र चौसठ साल की शिकायत पर तुकोगंज पुलिस ने दो मोबाइल नंबर धारकों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है ।
टीआई कमलेश शर्मा के अनुसार 5 सितंबर को फरियादी के मोबाइल नंबर पर बिजली बिल भरने के लिए आरोपी मोबाइलधारकों का कॉल आया।
आरोपियों ने फरियादी को झांसे में लेकर उसके मोबाइल में एक एप डॉउनलोड करा लिया। एप खोलते ही फरियादी के खाते से डेढ़ लाख रु. कट गए । मामले को विवेचना में लिया है। दोनों वारदातें 5 सितंबर की हैं।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।