इंदौर अपराध की कुछ खास ख़बरें
1. इंदौर जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आपराधिक प्रवृत्तियों के व्यक्तियों के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई का सिलसिला जारी है। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री मनीष सिंह ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 18 आरोपियों को जिला बदर किया है।
जैसे ही मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जानकारी में आया तो आनन-फानन में निगम के 7 दैनिक वेतन भोगियों को बर्खास्त (सेवा समाप्त) करने के आदेश सोमवार की रात जारी कर दिए थे और दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया था।
3. बाणगंगा पुलिस द्वारा बीकॉम के 2 छात्रों द्वारा नकली दस्तावेज और प्रमाण पत्र बनाने के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। पकड़ा गया दलाल देवीलाल ने बताया कि इंदौर के कलेक्टर ऑफिस स्थित समाधान केंद्र से कुछ ऑपरेटरों से उसके संबंध थे, जिसकी सहायता से वह अपने शिकार को ढूंढते थे और फिर फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे।
4. जनसुनवाई मंगलवार को फिर शुरू हुई जिसमें जमीन से जुड़े मामलों की शिकायतें ज्यादा रही। इसमें एक मामला छोटा बांगड़दा स्थित कृष्ण वाटिका के रहवासियों का रहा। कॉलोनाइजर द्वारा रुपए जमा कराने के बावजूद डेवलमेंट काम नहीं करने के विरोध में रहवासी कलेक्टोरेट व नगर निगम पहुंचे और शिकायत की। मामले में कलेक्टर मनीषसिंह ने जांच के आदेश दिए हैं।
5. वात्सल्य ग्रुप में 500 करोड रुपए के भूखंड घोटाले मामले में आरोपित अफसर नवाब बेग निवासी खजराना को गिरफ्तार करने की मांग की है। पीड़ितों का कहना है कि सूचना मिली थी कि क्राइम ब्रांच ने आरोपित को गिरफ्तार किया है। हालांकि एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर ने गिरफ्तारी से इनकार किया है। पीड़ितों ने बताया कि आरोपित के खिलाफ तेजाजी नगर थाने में केस दर्ज है और वह फरार चल रहा है।
6. एसपी (एसटीएफ) मनीष खत्री के मुताबिक पवन और आदर्श जैन मार्केट स्पारटन, आकाश स्टार इंटरप्राइजेस और अरविंद व भरत जेबुल एडवाइजरी फर्म के नाम पर ठगी कर रहे थे। आरोपित एनएसई, एमसीएक्स और फ्यूचर प्लान जैसी योजनाएं बता कर लोगों से रुपये जमा करवा लेते थे। रुपये लेने के बाद निवेशकों के नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल देते थे। सोमवार रात एसपी ने इनका मोबाइल जांचा तो अरविंद और भरत के मोबाइल में राजकोट से हितेश दरोंदरा के नंबर मिलें। कॉल करने पर बताया वह 15 लाख रुपये ठगा चुका है।