स्वच्छता सर्वेक्षण 2020: Indore ने लगाया चौका… फिर बना Number One |

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
3 Min Read

स्वच्छता के मामले में एक बार फिर देशभर में इंदौर का डंका बज गया है और स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के आज घोषित किए गए परिणामों में भी इंदौर ने शानदार चौका मारा और एक बार फिर नम्बर वन के खिताब को अपने नाम कर लिया। शहरभर में जश्न भी मनाया जा रहा है, क्योंकि इंदौर का यह कीर्तिमान भविष्य में भी कोई अन्य शहर नहीं तोड़ पाएगा। इस मौके पर निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने सभी को शुभकामनाये दी है केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीपसिंह सूरी ने आज दिल्ली में स्वच्छ भारत सर्वेक्षण 2020 की घोषणा के साथ पुरस्कार भी वितरित किए।

कोरोना संक्रमण के चलते वर्चुअल समारोह आयोजित किया गया और इंदौर का पुरस्कार भोपाल में बैठकर वर्चुअल ही हासिल किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, नगरीय विकास और आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया के अलावा इंदौर की पूर्व महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ और इंदौर को स्वच्छ बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व निगमायुक्त और वर्तमान कलेक्टर मनीष सिंह और निगमायुक्त प्रतिभा पाल भी मौजूद रहे। दो बार मनीष सिंह के नेतृत्व में और उसके बाद फिर दो बार पूर्व निगमायुक्त आशीष सिंह, जो कि वर्तमान में उज्जैन कलेक्टर हैं के नेतृत्व में निगम ने यह उपलब्धि हासिल की है। पूर्व महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ का कहना है कि लगातार चार बार इंदौर को नम्बर वन बनाने का पूरा श्रेय शहर की जनता और हमारे सफाई कर्मचारियों का है, जिन्होंने रात-दिन हर तरह के मौसम में स्वच्छता बनाए रखी। यहां तक कि अभी कोरोना संक्रमण के दौर में भी निगम का पूरा अमला लगातार काम करता रहा, जिसके चलते कुछ सफाईकर्मी संक्रमित भी हुए। कल 4 बजे रविन्द्रनाट्यगृह में निगम के सभी सफाईकर्मियों का सम्मान किया जाएगा और उन्हें लड्डू भी खिलाएंगे। इधर आज सुबह से ही शहर में जश्न मनाने की शुरुआत हो गई। सड़कों पर रंगोली सजाने, शाम को दीप जलाने, थाली बजाने की भी अपील जनता से की जा रही है। 11 बजे से शुरू इस अवॉर्ड समारोह को नगर निगम के भी अधिकारियों-कर्मचारियों ने निगम परिषद् हाल में लाइव प्रसारण के जरिए देखा।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
6 Comments