धोबी घाट कर्बला पर चबूतरे निर्माण को लेकर दो पक्ष आमने-सामने समझाइश से माने

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sadbhawnapaati
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धोबी घाट कर्बला पर चबूतरे निर्माण को लेकर दो पक्ष आमने-सामने समझाइश से माने
Indore News. इंदौर शहर में पिछले पखवाड़े से सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। इसी बीच धोबी घाट कर्बला पर प्रशासन की सतर्कता से बड़ा विवाद टल गया। हिंदूवादी संगठन यहां मंदिर चबूतरे का निर्माण कर रहा था जिसे लेकर दूसरे पक्ष ने आपत्ति ली थी। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की अधिकारियों ने बातचीत कर उसे डाल दिया । मामला धोबी घाट मंदिर का है। यहां बारिश में चबूतरे के अस्त- व्यस्त होने के बाद कुछ ठीक करने के लिए संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने काम शुरू किया था।
इस काम को लेकर कर्बला कमेटी के लोगों ने विरोध किया था जिसमें दोनों पक्ष आमने-सामने हुए थे मामले में प्रशासन ने पहुंच कर वहां काम बंद करवा दिया था जिसमें बातचीत के बाद काम शुरू करने की बात कही गई इस मामले में रविवार को हिंदू जागरण मंच के लोगों ने प्रदर्शन की तैयारी कि इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास और सीएसपी दीपेश अग्रवाल ने जागरण मंच से जुड़े पदाधिकारियों से बात कर मामले को टाला उन्होंने पी डब्लू डी के माध्यम से काम कराने की बात कही है। हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष जगदीश खत्री ने बताया कि यहां प्रशासन की मदद से गड्ढे खुदवा कर चारों तरफ दीवारे बनाने का काम किया जा रहा था इस पर वर्तमान में दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया वही दरगाह कमेटी के लोग यहां लगातार अपनी तरफ से निर्माण कार्य कर रहे हैं जिसे लेकर प्रशासन कोई रोक-टोक नहीं कर रहा। इस बात को लेकर दोनों तरफ से काफी समय से तनातनी चली आ रही है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।