इंदौर में करोड़ों की ठगी करने वाले कॉमर्स के प्रोफेसर अभय मूंगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपने ही स्टूडेंट्स से 15 करोड़ की ठगी की थी।
उसने छात्रों को रुपए दोगुने करने का लालच दिया था, जिस पर स्टूडेंट्स ने आसानी से भरोसा कर करोड़ों रुपए निवेश कर दिए थे। इसके बाद वो फरार हो गया था। इसके बाद ठगे गए स्टूडेंट्स ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई थी।
MIG थाना प्रभारी अजय वर्मा के अनुसार 2 साल पहले विजय नगर थाना क्षेत्र में कैपिटल रिसर्च नामक एक फर्जी एडवाइजरी कंपनी खुली थी, जिसमें आरोपी प्रोफेसर अभय मूंगी (56) ने इंदौर सहित आसपास के जिलों के स्कूली छात्रों व कई लोगों से रुपए लगवाए थे।
फिर वो फरार हो गया था। हाल ही में पुलिस को सूचना मिली कि बड़वाह में अभय मूंगी परिवार से मिलने आया है। जिसके बाद MIG थाने के पुलिसकर्मियों गोविंद, प्रवीण, धीरज शर्मा द्वारा 10 हजार रुपए के ईनामी आरोपी अभय मूंगी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अभय बड़वाह के सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर है और उसने अपने छात्रों से इस फर्जी एडवाइजरी में रुपए लगवा दिए थे। 2 साल में प्रोफेसर ने लगभग 15 करोड़ रुपए इस कैपिटल रिसर्च कंपनी में लगवा दिए।
उधर, इस घपले का मुख्य सरगना और फर्जी एडवाइजरी कंपनी का संचालक पंकज खानचंदानी लंबे समय से फरार है, पुलिस उसे अब तक पकड़ नहीं सकी है।
कैपिटल कंपनी के संचालक पंकज खानचंदानी ने 2 साल पहले विजय नगर थाना क्षेत्र में एक एडवाइजरी कंपनी खोली थी। जिस पर पुलिस ने छापेमारी की। उस समय पंकज खानचंदानी मौके से फरार हो गया था।
लेकिन पुलिस को बैंक खातों में किसी प्रकार का लेन देन नहीं दिखाई दे रहा था। पुलिस जांच से मालूम चला कि कॉलेज का प्रोफेसर भी इस गिरोह में शामिल है।
वह पूरे रुपए को नकद के रूप में पंकज खानचंदानी को देता था, इसी कारण से खातों में कोई ट्रांजेक्शन नहीं दिखाई दिया।
प्रोफेसर ने पुलिस को बताया कि वह लंबे समय से कॉलेज में कॉमर्स का प्रोफेसर है। बड़वाह में उसकी अच्छी छवि थी । इस कारण से कॉलेज के छात्र मुझपर भरोसा करते थे। तो कई बच्चे उसे जल्द अच्छा बिजनेस या रुपए कमाने की बात करते थे।
इसके बाद प्रोफेसर उन सभी छात्रों की प्रोफाइल देखता था। जिसके पिता व्यापारी अच्छे बिजनेस में या बड़ी नौकरी वाले हैं। उन्हीं बच्चों को वह अपने झांसे में लेता था और फिर उनसे इंदौर की कैपिटल रिसर्च कंपनी में रुपए लगाने को कहता था।
इंदौर सहित उज्जैन देवास वह कई इलाकों के छात्र उसके झांसे में इस कारण भी आ गए क्योंकि वह तय समय पर उन्हें उसके रुपयों का डेढ़ या फिर दोगुना करके वापस देता था।
10 से 15 प्रतिशत मिलता था कमीशन
कैपिटल कंपनी के संचालक पंकज खानचंदानी ने 2 साल पहले विजय नगर थाना क्षेत्र में एक एडवाइजरी कंपनी खोली थी। आरोपी द्वारा प्रोफेसर को 10 से 15% कमीशन दिया जाता था। लेकिन पंकज इतना शातिर था कि नकद रुपया लेने के बाद प्रोफेसर को अधिकतम रुपए उसके खाते में देता था ।