Vidhansabha | उप चुनाव वाले क्षेत्र मे रहेगा 15000 कार्यकर्ताओं का ब्रिगेड | MP | Kamalnath |

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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कांग्रेस ने रणनीति में किया परिवर्तन, हर उप चुनाव वाले क्षेत्र मे रहेगा 15000 कार्यकर्ताओं का ब्रिगेड मध्यप्रदेश में कांग्रेस 27 विधानसभाओं के उप चुनावों में, भाजपा को मात देने के लिए पहली बार नए सिरे से रणनीति तैयार कर रही है। इसमें खास यह है कि भाजपा के पन्ना प्रमुख के पैटर्न पर कांग्रेस भी 20 मतदाताओं पर 1 इंचार्ज बना रही है। यानी प्रत्येक विधानसभा में 15000 कार्यकर्ताओं की नियुक्ति होगी।

इस तरह उप चुनाव वाले क्षेत्रों में 4 लाख इंचार्ज बनाए जा रहे हैं। इन्हें वोटर लिस्ट के पन्ने का इंचार्ज कहा जाएगा। इनकी जवाबदारी होगी कि वह मतदाता सूची पर ध्यान रखे, उसके पन्ने में कहीं कोई गड़बड़ी दिखती है तो उसकी शिकायत चुनाव आयोग से करे और उसे ठीक करवाए। इसके अलावा मतदाताओं से संपर्क भी स्थापित करे। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि कांग्रेस संगठन में बूथ लेबल पर कुछ कमियां थी, जिन्हें दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है। प्रदेश में जिन 27 विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होना है, उनमें 58 लाख वोटर हैं। इन सभी वोटर को कवर करने के लिए चार लाख इंचार्ज कार्यकर्ताओं का ब्रिगेड मैदान में रहेगा। इन सभी की जबावदारी उप चुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को मजबूत करने की रहेगी। कांग्रेस उप चुनाव वाले क्षेत्रों में इंचार्ज बनाने के लिए आनुसांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं की मदद लेगी, जिनमें युवा कांग्रेस और एनएसयूआई से जुड़े कार्यकर्ताओं और सेवादल से जुड़े सेवकों की भूमिका प्रमुख होगी। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि हम संगठन को मजबूत करने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। इसके नतीजे उप चुनावों में सामने आएंगे और निश्चित रूप से हम बड़ी जीत दर्ज करेंगे। आखिरकार हमारी 15 महीने की उपलब्धियां जनता के सामने हैं, जनता ने पिछली भाजपा सरकार का 15 साल और वर्तमान कार्यकाल भी देखा है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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