मुंहबोला भाई ही निकला महिला का हत्यारा,अनैतिक संबंध की कीमत जान देकर चुकाई..

sadbhawnapaati
5 Min Read

 

पत्नी के साथ मिलकर घोंट दिया था गला
हत्याकांड का खुलासा, पकडे गए आरोपी और उसकी पत्नि..पुलिस ने 48 घंटो में किया हत्या का पर्दाफाश
बड़वाह (सुनील परिहार) जिस युवक को मित्रों, परिचितों सहित परिजनों से मिलाते समय महिला अपना मुंहबोला भाई बताती थी, उसी ने उसकी निर्मम हत्या कर दी।भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की आड़ में दोनों के बीच अवैध संबंध थे।इसी अनैतिकता की कीमत महिला को जान देकर चुकाना पड़ी।गत सोमवार को समीपस्थ डेहरिया स्थित एक्वाडक्ट पुल के पास नहर किनारे झाड़ियों में एक महिला का शव मिलने के मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए महिला की हत्या के आरोप में उसके मुंहबोले भाई को पत्नी सहित गिरफ्तार किया है।उल्लेखनीय है कि सोमवार को उक्त महिला का शव नग्न हालत में मिलने से सनसनी फैल गई थी।पुलिस ने महज 48 घंटे में खंडवा निवासी उक्त महिला की हत्या की गुत्थी सुलझाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”]

विवाह के बाद भी एकलव्य के रानी के साथ संबंध बने रहे
इस संबंध में बुधवार को स्थानीय पुलिस थाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जीतेंद्रसिंह पंवार ने मीडिया को बताया कि मृतका रानी गढ़वाल खंडवा की निवासी होकर पूर्व में खंडवा में ही फायनांस कंपनी में काम करती थी। यहीं का निवासी एकलव्य मालवीय भी अन्य फायनांस कंपनी में काम करता था। इस दौरान दोनों के बीच जान-पहचान हुई व फिर दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे। अपने परिवार सहित अन्य परिचितों को एकलव्य का परिचय रानी अपना भाई बताकर कराती थी, जबकि दोनों के बीच अवैध संबंध थे।इसके बाद रानी का इंदौर तबादला हो गया व एकलव्य ने एक अन्य युवती से प्रेमविवाह कर लिया।इसके बाद एकलव्य का बड़वाह तबादला हो गया व वह तिलक मार्ग पर किराए के मकान में पत्नी के साथ रहने लगा।विवाह के बाद भी एकलव्य के रानी के साथ संबंध बने रहे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शुक्रवार को एकलव्य की पत्नी इलाज कराने के लिए खंडवा गई थी। इधर रानी इंदौर से अपने सहकर्मियों को खंडवा में मामा की मौत होने का कहकर स्कूटी से रवाना हुई। रानी खंडवा नहीं पहुंची व बड़वाह में एकलव्य के कमरे पर रुक गई। इस दौरान शनिवार को एकलव्य की पत्नी वापस बड़वाह आई। यहां उसने रानी को देखा तो दोनों के बीच झगड़ा हुआ। इस दौरान एकलव्य बाहर गया था, वह वापस घर लौटा तो एक बार फिर विवाद हुआ और एकलव्य ने महिला के दुपट्टे उसका गला घोट दिया। इससे महिला की मौत हो गई। इसके बाद दोनों पति-पत्नी ने महिला के शव को बोरे में भरकर रख दिया व रात होने पर रानी की ही स्कूटी से लेजाकर शव को एक्वाडक्ट के पास नहर किनारे फेंक दी।आरोपी महिला का शव नहर में फेंकना चाहते थे, लेकिन शव नहर में नहीं गिरा व पास की झाड़ियों में अटककर रह गया।
महिला का शव बरामद करते समय ही पुलिस समझ गई थी महिला की हत्या कहीं और की गई है व शव यहां फेंका गया है। अंधा कत्ल होने से पुलिस ने गंभीर जांच की। इसके लिए पुलिस अधीक्षक शेलेंद्रसिंह चैहान ने टीम का गठन किया। टीम का मार्गदर्शन अति. पुलिस अधीक्षक पंवार सहित अति. पुलिस अधीक्षक शहर डा. नीरज चैरसिया व एसडीओपी मानसिंह ठाकुर ने किया। टीम में शामिल टीआई संजय द्विवेदी के नेतृत्व में उप निरीक्षक रामआसरे यादव, मिथुन चैहान, आरक्षक अभिलाष डोंगरे, कैलाष सागरिया, गंभीर मीणा, विनोद यादव, संतोष कनड़े, संदीप विष्वकर्मा ने अलग-अलग स्तर पर जांच की व साक्ष्य जुटाए।
जांच के दौरान महिला के इंदौर स्थित मकान मालिक ने भी महिला के यहां एकलव्य के आने-जाने की बात कही थी। इसके बाद पुलिस ने एकलव्य सहित तीन अन्य युवकों को हिरासत में लिया था
हत्या का खुलासा करने में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
 थाना एसडीओपी मानसिंह ठाकुर थाना प्रभारी संजय द्विवेदी उपनिरीक्षक राम आसरे यादव मिथुन चौहान आरक्षक अभिलाष डोंगरे कैलाश सांगरिया विनोद यादव संतोष बनडे संदीप विश्वकर्मा जितेंद्र जाट की सरहानीय भूमिका रही।

 [/expander_maker]

Share This Article
12 Comments