मुख्यमंत्री सहित नौकरशाह AC कक्षों से निकल मुक्तिधामों-कब्रस्तान जाएं,हकीक़त आ जायेगी सामने-के.के.मिश्रा

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सरकार परोस रही है सफेद झूठ,बेड, ऑक्सीजन,रेमडेसिवीर इंजेक्शन की आज भी किल्लत,अब टोसिलिजुमैब इंजेक्शन भी बाजार से गायब,कालाबाजारी जारी!

     निजी अस्पताल कैश लेश इलाज़ नहीं कर रहे,गहने-मकान गिरवीं रख परिजन करवा रहे हैं,संक्रमितों का इलाज.

प्रदेश कांग्रेस महामंत्री व मीडिया प्रभारी के.के.मिश्रा ने पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण की भयावहता, चिकित्सकीय सेवाओं,सुविधाओं,मौत के वास्तविक आंकड़ों को लेकर सरकार व नौकरशाहों पर निरन्तर सफेद झूठ परोसने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस स्थिति का लाभ लेकर निजी अस्पताल भी बीमित संक्रमित का केश लेश उपचार नहीं कर रहे हैं,मजबूरीवश निर्धन -मध्यमवर्गीय परिवार अपने गहने/मकान गिरवीं रख संक्रमितों की जान बचाने पर मजबूर हैं! उन्होंने यहां तक कहा है कि सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों की अकर्मण्यता ही इस भयावहता और सैकड़ों निर्दोष मौतों की जवाबदार हैं।
मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री,एसीएस (स्वास्थ्य), आयुक्त स्वास्थ्य, औषधि व ड्रग कंट्रोलर,जिलों के कलेक्टर्स सभी सफ़ेद झूठ बोल रहे हैं कि ऑक्सीजन की कमी नहीं है,ऑक्सीजन से कोई मौत नहीं हुई है,रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध हैं,हां ब्लैक में जरूर उपलब्ध हैं! अब तो कालाबाजारी करने वालों ने टोसिलिजुमैब इंजेक्शन भी बाजार से गायब कर दिए हैं, इनका भी ब्लैक शुरू हो गया है,यही नहीं कुछ प्रमुख जिलों में स्थानीय भाजपा नेता व उनसे जुड़े लोगों के ही नाम प्रामाणिक रूप से इस कालाबाजारी में सामने आए है!

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उन्होंने यहां तक कहा कि यह वक्त आरोप-प्रत्यारोपों का नहीं है किंतु इस भीषण व विषम दौर में जब सरकार की अकर्मण्यता/असफलता के कारण शांति का टापू प्रदेश जब मुक्तिधामों व कब्रिस्तानों में तब्दील हो रहा हो, तब खामोश रहना भी एक सामाजिक/राजनीतिक अपराध ही कहा जायेगा।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।