लॉकडाउन खुलने के साथ ही पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा बिजली बिल बकायेदारों को जोरदार झटका देने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत पहले चरण में बकायेदारों के घर अलसुबह ही कंपनी अधिकारी पहुंचेंगे और सबसे पहले कनेक्शन विच्छेद करेंगे तो दूसरी ओर इसी महीने के अंत से बड़े बकायेदारों के खिलाफ बैंक खाते नियमानुसार सीज करने की कार्रवाई भी होगी।
बिजली कंपनी की सूची में ऐसे बड़े पैमाने पर बकायेदार रहे हैं जिनके द्वारा काफी समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है। तकरीबन बिजली विभाग ऐसे 1230 से अधिक तो बड़े से बड़े बकायेदार हैं, जिनके बैंक खाते सीज करने की कार्रवाई इस महीने अंतर में हो सकती है। इसके अलावा बिजली बिलों की वसूली के लिए बिजली कंपनी द्वारा लगातार वाहनों की जब्ती कुर्की के साथ-साथ अलसुबह बकायेदारों के घर पहुंच कर सर्वप्रथम कनेक्शन विच्छेद किए जाएंगे तो यही स्थिति व्यापारी वर्ग कमर्शियल से लेकर औद्योगिक इलाके में भी होगी बड़े पैमाने पर ऐसे कमर्शियल बड़े बकायेदारों भी हैं जो बीते काफी समय से बिजली बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं हालांकि इसमें लॉक डाउन में किसी तरह की रियायत नहीं दी जा रही है और ना ही बिजली बिल माफी जैसे कोई कदम उठाए जा रहे हैं। कंपनी अधिकारियों का मानना है कि बड़े पैमाने पर बकाया वसूली शेष हैं और इस तरह से बिजली माफी का कोई सवाल ही नहीं उठता इसलिए अब एक बार फिर से जब्ती कुर्की की कार्रवाई के साथ साथ बड़े बकायेदारों के बैंक खाते भी सीज करने की तैयारी विभाग द्वारा की जा रही है।
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सर्वप्रथम अभी हुई बैठक में संबंधित जोन अधिकारियों की एक टीम बकायेदारों के पास पहुंचकर उनके कनेक्शन विच्छेद करने जा रही है। बिजली कंपनी के शहर अधीक्षण यंत्री कामेश श्रीवास्तव ने बताया कि लॉकडाउन के चलते वसूली नहीं हो पाई हैं । अब बकायेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। कनेक्शन विच्छेद करने के साथ-साथ डमरू बजाने के बजाय सख्त कार्रवाई बकायेदारों के खिलाफ रहेगी, बैंक खाते सीज करने की भी तैयारियां है।
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