मातृ एवं शिशु मृत्यु दर एवं कुपोषण को कम करने टास्क फोर्स गठित

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sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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भोपाल। राज्य शासन द्वारा मातृ मृत्यु दर, नवजात शिशु मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर एवं कुपोषण को कम करने के उद्देश्य से पूर्व में गठित टास्क फोर्स के स्थान पर नई टास्क फोर्स गठित की गयी है। टास्क फोर्स की अध्यक्ष, अर्थशास्त्री एवं पूर्व सदस्य प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद प्रो. शमिका रवि होंगी। टास्क फोर्स के सचिव अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण होंगे।

टास्क फोर्स में अपर मुख्य सचिव महिला एवं बाल विकास, मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रोफेसर हेड कम्युनिटी न्युट्रिशन इंटरमीडियेट फेलो, डीबीटी/वेलकम ट्रस्ट इंडिया एलायंस इण्डियन आईआईपीएच दिल्ली और डॉ. रमेश अग्रवाल एम्स नई दिल्ली को सदस्य बनाया गया है। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी लोकेश शर्मा को सदस्य सचिव नियुक्त किया गया है।
टास्क फोर्स मध्यप्रदेश राज्य नीति आयोग एवं योजना आयोग के साथ समन्वय कर कार्य करेगी। टास्क फोर्स की बैठक माह में एक बार अथवा आवश्यकतानुसार आयोजित की जायेगी। टास्क फोर्स मातृ नवजात शिशु मृत्यु दर एवं कुपोषण (स्टन्टिंग) में कमी लाने के लिए प्रस्तावित हस्तक्षेप एवं सम्भावित प्रभाव की रिपोर्ट राज्य शासन को 30 जून 2022 तक प्रस्तुत करेगी। टास्क फोर्स को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान तकनीकी सचिवालय के रूप में कार्य करेगा।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।