इंदौर क्राइम . इंस्टाग्राम पर हुई दोस्ती ने एक नाबालिग छात्रा को इस तरह मजबूर कर दिया कि वह राजस्थान के बांसवाड़ा जा पहुंची।
जिसे वह दोस्त समझ रही थी उसी ने उसे घर में बंधक बना लिया और बेचने की कोशिश में था। हालांकि गनीमत रही कि लड़की का सौदा होने से पहले पुलिस पहुंच गई और लड़की को इंदौर लेकर आई।
जानकारी के मुताबिक लड़की की उम्र 16 वर्ष है। वह इंदौर में अपनी बहन और जीजा के साथ रहती है। 10 अप्रैल को वह बिना बताए घर से कहीं चली गई थी। परिवारजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई।
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर नाबालिग की तलाश की। उसकी लोकेशन राजस्थान के बांसवाड़ा में मिली।
इस पर पुलिस ने बांसवाड़ा में दबिश दी। नाबालिग को लाकर 17 अप्रैल को परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में आरोपी नारायण उर्फ अजय कीर (19) को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अजय के मोबाइल की आखिरी लोकेशन बांसवाड़ा के गांव परतापुर में मिली थी। 16 अप्रैल को पुलिस टीम ने उसका दरवाजा खटखटाया तो वह छत से कूदकर भाग निकला।
इलाके में कई कंजर गिरोह भी रहते हैं। इस कारण से पुलिस को कई घरों की तलाशी लेनी पड़ी। नाबालिग छात्रा को आरोपी की मां और बहन के साथ दूसरे घर से बरामद किया गया। यहां नाबालिग को निगरानी में रखा जा गया था।
पुलिस का कहना है कि राजस्थान में अमूमन शादी के लिए लड़कियां नहीं मिलती हैं। इस कारण से आरोपी ने उसे बहला कर शादी के लिए बुलाया था। वहां उसे बंधक बना लिया। आरोपी उसे बेचने की फिराक में था। पुलिस अब इस बिंदू पर भी जांच कर रही है।
मीठी बातों से फंस गई प्रेम जाल में
आरोपी ने पुलिस को बताया कि छह माह पहले इंस्टाग्राम के माध्यम से नाबालिग से उसकी दोस्ती हुई थी। वह नाबालिग की हमेशा तारीफ किया करता था।
कहता था-तुम बहुत खूबसूरत हो। इसके चलते लड़की उसके प्रेम जाल में फंस गई। आरोपी ने उसे अपने पास बांसवाड़ा बुला लिया। वह लड़की को बेचने की फिराक में था।
परिवार ने बताया कि नाबालिग घर से 1500 रुपए लेकर निकली है। पुलिस ने इलाके के कई सीसीटीवी खंगाले, जिसमें नाबालिग पहले विजय नगर चौराहे तक आई और उसकी आखिरी लोकेशन गीता भवन स्थित एआईसीटीएसएल बस स्टैंड मिली। बस स्टैंड पर वह राजस्थान की बस में बैठते हुए दिखाई दी।