इन्दौर। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन द्वारा आज संभागायुक्त कार्यालय में इन्दौर संभाग के जिलों में हो रहे निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा की गई। इस अवसर पर अपर आयुक्त रजनी सिंह, उपायुक्त सपना शिवाले सहित संभाग के सभी जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं सुपरवाइजर उपस्थित रहे। बैठक में ईपी रेशियो, महिला मतदान प्रतिशत, मतदाता सूची में किए गए समरी रिवीजन, नवीन मतदाताओं को वितरित किए जाने वाले ईपिक कार्ड, पोलिंग स्टेशन आदि विषयों पर चर्चा की गई तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये गये।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्यों की जिलेवार विस्तृत रूप से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि जिलों में अनुमानित मतदाताओं तथा वास्तविक मतदाता की जनसंख्या के मध्य के गैप नियमित रूप से स्क्रीनिंग कर कम करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि पात्रता की शर्तें पूरी करने वाले मतदाताओं का नाम अनिवार्य रूप से मतदाता सूची में जोड़ा जाए इसकी नियमित मॉनिटरिंग सभी उप जिला निर्वाचन अधिकारी करते रहें। निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्य की मॉनिटरिंग के लिए बूथ स्तर के साथ-साथ निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर भी सूक्ष्म विश्लेषण किया जाना चाहिए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने जिलों में विगत 3 वर्षों में मतदाता सूची में जुड़े एवं हटाए गए मतदाताओं की संख्या की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं का प्रतिशत अनुमानित लिंगानुपात के अनुरूप ही होना चाहिए। इस दिशा में इन्दौर द्वारा मतदान केन्द्रों पर किये गये विशलेषण के आधार पर महिला मतदाताओं को मतदान प्रकिया से जोड़ने के लिये किये गये जागरूकता कार्यों का अनुसरण अन्य जिले भी करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि जिन आवेदकों के फॉर्म विगत 30 दिन से अधिक अवधि से लंबित है उनका निराकरण स-समय निष्पादित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्राप्त हो रहे आवेदनों की भी एंट्री गरुड ऐप के माध्यम से करने के लिए बीएलओ को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में ऐप पर हो रही ऑनलाइन एंट्री में अभी सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने सभी उप जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बीएलओ को सेंसीटाइस करने एवं नवीन तकनीकों में प्रशिक्षित करने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण शिविर आयोजित करें तथा उनके दायित्वों के प्रति निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि कॉलेजों में बनाए गए चुनावी साक्षरता क्लबों को अधिक मजबूत और सक्रिय करने की जरूरत है। इन क्लब के माध्यम से हम 18+ आयु वर्ग के मतदाताओं को एपिक कार्ड बनाने के लिए जागरूक कर सकते हैं। यह क्लब मतदान जागरूकता हेतु नोडल एजेंसी के रूप में भी कार्य कर सकते हैं। उन्होंने जनसांख्यिकीय समान प्रविष्टि (डीएसई) से संबंधित प्रकरणों के आगामी 15 दिवस के अंदर शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने फोटो सामान प्रविष्टि (पीएसई) से संबंधित प्रकरणों को एक माह के भीतर निराकृत करने के निर्देश दिए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्यों की जिलेवार विस्तृत रूप से समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि जिलों में अनुमानित मतदाताओं तथा वास्तविक मतदाता की जनसंख्या के मध्य के गैप नियमित रूप से स्क्रीनिंग कर कम करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि पात्रता की शर्तें पूरी करने वाले मतदाताओं का नाम अनिवार्य रूप से मतदाता सूची में जोड़ा जाए इसकी नियमित मॉनिटरिंग सभी उप जिला निर्वाचन अधिकारी करते रहें। निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्य की मॉनिटरिंग के लिए बूथ स्तर के साथ-साथ निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर भी सूक्ष्म विश्लेषण किया जाना चाहिए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने जिलों में विगत 3 वर्षों में मतदाता सूची में जुड़े एवं हटाए गए मतदाताओं की संख्या की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं का प्रतिशत अनुमानित लिंगानुपात के अनुरूप ही होना चाहिए। इस दिशा में इन्दौर द्वारा मतदान केन्द्रों पर किये गये विशलेषण के आधार पर महिला मतदाताओं को मतदान प्रकिया से जोड़ने के लिये किये गये जागरूकता कार्यों का अनुसरण अन्य जिले भी करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि जिन आवेदकों के फॉर्म विगत 30 दिन से अधिक अवधि से लंबित है उनका निराकरण स-समय निष्पादित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्राप्त हो रहे आवेदनों की भी एंट्री गरुड ऐप के माध्यम से करने के लिए बीएलओ को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में ऐप पर हो रही ऑनलाइन एंट्री में अभी सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने सभी उप जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बीएलओ को सेंसीटाइस करने एवं नवीन तकनीकों में प्रशिक्षित करने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण शिविर आयोजित करें तथा उनके दायित्वों के प्रति निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि कॉलेजों में बनाए गए चुनावी साक्षरता क्लबों को अधिक मजबूत और सक्रिय करने की जरूरत है। इन क्लब के माध्यम से हम 18+ आयु वर्ग के मतदाताओं को एपिक कार्ड बनाने के लिए जागरूक कर सकते हैं। यह क्लब मतदान जागरूकता हेतु नोडल एजेंसी के रूप में भी कार्य कर सकते हैं। उन्होंने जनसांख्यिकीय समान प्रविष्टि (डीएसई) से संबंधित प्रकरणों के आगामी 15 दिवस के अंदर शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने फोटो सामान प्रविष्टि (पीएसई) से संबंधित प्रकरणों को एक माह के भीतर निराकृत करने के निर्देश दिए।