स्व. जाजू ने गीता भवन की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाया 

sadbhawnapaati
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इन्दौर। समाजसेवी बनवालील जाजू व्यक्ति नहीं, संस्था से भी बढ़कर काम करने वाले जुझारू और सूझबूझ के धनी ऐसे कर्मयोद्धा थे, जिन्होंने जिस काम को हाथ में लिया, उसे अपनी मेहनत और लगन से पूरा किया।
गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में स्व. जाजू का कार्यकाल हमेशा याद रहेगा। उन्होंने संतो और विद्वानों की सेवा में कभी कोई कमी नहीं रखी।
गीता भवन की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाने में उनका योगदान स्व. बाबूलाल बाहेती, न्यायमूर्ति जी.एल. ओझा एवं एन.एम. व्यास की प्रेरणा से यशस्वी बना रहा।
ये विचार हैं गोधरा (गुजरात) की साध्वी परमानंदा सरस्वती के, जो उन्होंने आज गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे स्व. बनवालाल जाजू की द्वितीय पुण्यतिथि पर गीता भवन सत्संग सभागृह में आयोजित ‘पुष्पांजलि’ कार्यक्रम में व्यक्त किए।
इस अवसर पर गीता भवन परिवार की ओर से ट्रस्ट के मंत्री रामविलास राठी, न्यासी मंडल के टीकमचंद गर्ग, हरीश माहेश्वरी, मनोहर बाहेती, दिनेश मित्तल, राजेश गर्ग केटी, समाजसेवी रामअवतार जाजू, अशोक जाजू, अनिल जाजू, गीता भवन हास्पिटल के डायरेक्टर डॉ.आर.के.गौर, ट्रस्ट की सेक्रेटरी प्रमिला नामजोशी आदि ने प्रारंभ में स्व. जाजू के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि समर्पित की।
बड़ी संख्या में गीता भवन से जुड़े भक्तों ने भी जाजू के चित्र पर कतारबद्ध होकर पुष्पांजलि अर्पित की। सभी वक्ताओं ने स्व. जाजू के सेवा कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन पर्यंत सेवा के धर्म को नहीं छोड़ा।
माहेश्वरी समाज से लेकर इन्दौर कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन जैसे संगठनों को भी उन्होंने अपनी सूझबूझ से नए आयाम प्रदान किए। सभा के अंत में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि समर्पित की गई।
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