मध्य प्रदेश की यूनिवर्सिटियों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। सरकारी कॉलेजों में नर्सिंग, पैरामेडिकल कोर्स शुरू किए जाएंगे। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस संबंध में घोषणा की है।
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटियों के अकादमिक विस्तार, परीक्षा कार्यक्रम, प्राध्यापकों की भर्ती को लेकर ऑनलाइन समीक्षा की।
मंगलवार को उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश की सभी सरकारी यूनिवर्सिटियों के कुलपतियों के साथ अकादमिक विस्तार, परीक्षा कार्यक्रम, यूनिवर्सिटी में प्राध्यापकों की भर्ती को लेकर ऑनलाइन समीक्षा की गई।
इसमें यूनिवर्सिटी अधोसंरचना विकास के लिए 25 वर्षों की कार्ययोजना बनाएंगे। उन्होंने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना है।
विक्रम विश्वविद्यालय से प्रस्ताव प्राप्त हुआ है, जिसकी प्रारंभिक तैयारी के बाद प्रस्ताव चिकित्सा शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा।
सरकारी कॉलेजों में नर्सिंग पाठ्यक्रम शुरू करेंगे
डॉ. यादव ने बताया कि शासकीय कॉलेजों में नर्सिंग, पैरामेडिकल के पाठ्यक्रम भी प्रारंभ किए जा रहे हैं। जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में पैरामेडिकल के चार पाठ्यक्रम पिछले वर्ष प्रारंभ किए गए थे। उनका विस्तार किया जा रहा हैं।
विश्वविद्यालय आवश्यक रूप से वर्ष में एक बार पूर्व छात्रों का सम्मेलन करेंगे। स्मारिका भी प्रकाशित करेंगे। इसमें संबद्ध महाविद्यालयों की उपलब्धियों का भी विवरण होगा।
इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर अपने परिक्षेत्र की रिपोर्ट तैयार करेंगे। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय कृषि से सम्बंधित पाठ्यक्रम प्रारंभ करेंगे।
सभी विश्वविद्यालयों ने सहमति दी है कि 30 जून तक सभी परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
इनक्यूबेशन सेंटरों में 19 स्टार्टअप्स को चिह्नांकित किया
डॉ. यादव ने कहा कि 13 मई 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति कार्यान्वयन योजना-2022 का शुभारंभ करेंगे।
सभी सरकारी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को यूट्यूब, एनआईसी वेबकास्ट प्रसारण से महाविद्यालय स्तर पर प्रोजेक्टर युक्त हॉल, इंटरनेट की व्यवस्था एवं छात्रों की अधिकाधिक उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश के 6 विश्वविद्यालयों में चल रहे इनक्यूबेशन सेंटर में 19 स्टार्टअप की पहचान की गई है। इन केन्द्रों ने 15 पेटेंट भी फाइल किए है। कैंपस प्लेसमेंट को अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में 1600, विक्रम विश्वविद्यालय में 700 से अधिक और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में 147 विद्यार्थियों को प्लेसमेंट हुआ है।