गौरव दिवस पर उपेक्षित हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं परिजन, रोष व्याप्त 

sadbhawnapaati
2 Min Read

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन संभागायुक्त को सौंपा जाएगा 

इन्दौर। इन्दौर गौरव दिवस 25 मई से 31 मई 2022 तक शासन-प्रशासन द्वारा शहर में मनाया गया। इसमें देश की आजादी में अपना सर्वस्व निछावर करने वाले देश के महान क्रांतिकारी एवं सेनानियों जो चंद ही इन्दौर मालवा प्रांत में बचे हैं उन्हें शासन-प्रशासन ने नजर अंदाज करते हुए गौरव दिवस पर आमंत्रित न कर और ना ही उनका सम्मान कर अपमानित किया गया। साथ ही होलकर शासन के वंशजों को भी आमंत्रित नहीं किया गया, जिससे रोष व्याप्त है।
अखिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन, प्रदेश इकाई अध्यक्ष मदन परमालिया और शहीद वशंज अजीत कुमार जैन ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि इन्दौर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के अलावा शहीदों के वंशज और परिजन भी यहां पर निवास करते हैं। साथ शहर में स्थापित महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण नहीं किया गया और ना ही उनकी गाथाओं का प्रचार-प्रसार किया गया। 1942 के आंदोलन में इन्दौर शहर का अति महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिसमें मुख्य रूप से एम.जी. रोड़ स्थित तोपखाना एवं सराफा क्रांतिकारियों का स्थल था। इस संबंध में संगठन द्वारा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन संभागायुक्त को सौंपा जाएगा।
Share This Article