शिवपुरी पॉलीटेक्निक कॉलेज को सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जायेगा। सभी प्रकार के आधुनिक तकनीक से लैस यह कॉलेज एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करेगा। यह बात तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने सोमवार को विभागीय गतिविधियों की समीक्षा के दौरान कही। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि प्रदेश के पॉलिटेक्निक कॉलेज एवं आई.टी.आई. को सशक्त और आकर्षक बनाना है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में बच्चों की संख्या कम क्यों है, इस पर गहन विचार होना आवश्यक है। वर्तमान में विद्यार्थियों का रूझान इस ओर बढ़े इसके लिए पारंपरिक पाठ्यक्रमों में बदलाव तथा जागरूकता की भी जरूरत है।
युवाओं को यह जानकारी होना चाहिए कि इन पाठ्यक्रमों से किस प्रकार रोजगार के अवसर उत्पन्न किए जा सकते है। मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार कर इसे रोजगारन्मुखी बनाया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को ऑनलाइन काउंसलिंग, प्रवेश प्रक्रिया आदि की मॉनिटरिंग के निर्देश भी दिये। प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्रीमती करोलिन खोंगवार ने बताया कि शिवपुरी पॉलीटेक्निक कॉलेज को सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना तैयार है। उन्होंने बताया कि कॉलेज में जल्द ही फेस रिकगनिशन उपस्थिति, ऑनलाइन स्टूडेंट फीडबेक, ऑनलाईन स्टूडेंट ग्रीवान्स सिस्टम, 50 सीटर बालिका छात्रावास आदि प्रस्तावित है। संचालक, कौशल विकास श्री एस.धनराजू ने आई.टीआई.द्वारा संचालित मुख्य योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्राफ्टसमेन ट्रेनिंग स्कीम के तहत ग्रामीण पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग एवं महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करता है।
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