इंदौर. बुधवार देर रात राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम इंदौर में थी। एजेंसी ने टेरर फंडिंग के मामले में पीएफआई के पदाधिकारियों को पकड़ा और दिल्ली ले गई। एजेंसी की कार्रवाई गुरुवार सुबह तक चली। इस कार्रवाई को कवर देने के लिए इंदौर पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त की। इस कॉम्बिंग गश्त में 9 थानों और रिजर्व पुलिस के सौ से ज्यादा जवान व अफसर शामिल हुए। बुधवार देर रात शुरू हुई कॉम्बिंग गश्त भी गुरुवार सुबह तक जारी रही।
इंदौर के जोन 4 के 9 थाना क्षेत्रों में पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त की। इनमें पंढरीनाथ और सराफा थाना भी शामिल थे। इन थाना क्षेत्रों में ही बुधवार देर रात NIA ने टेरर फंडिंग के मामले में दबिश देकर पीएफआई पदाधिकारियों को भी पकड़ा है। बताया जा रहा है कि एनआईए की कार्रवाई को रूटीन दबिश दिखाने और क्षेत्र विशेष का माहौल खराब होने से रोकने के लिए पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त की।
हालांकि इंदौर पुलिस ने कॉम्बिंग गश्त में गुंडों और बदमाशों के घर जाकर दबिश दी। इस दौरान पुलिस से बचने के लिये कोई बदमाश बकरियों के बीच जाकर छिप गया तो किसी ने वॉशिंग मशीन के पीछे शरण ली। रात भर पुलिस के अफसर अलग-अलग थानों में कार्रवाई करते रहे। एडिशनल डीसीपी प्रंशात चौबे के मुताबिक रात में करीब 9 थानों में गुंडों पर कार्रवाई की गई। जिसमें डीआरपी लाइन से रिजर्व बल भी बुलाया गया था। चार घंटे चली कार्रवाई के दौरान 270 अपराधियों को पकड़ा गया।
52 वारंटी गिरफ्तार, 63 गुंडों और 45 निगरानीशुदा बदमाशों को थाने लाए
एडिशनल डीसीपी प्रंशात चौबे के मुताबिक करीब 270 बदमाशों में 24 स्थायी वांरट 28 वारंटी को गिरफ्तार गया। वहीं 67 जमानती वारंटी को थाने लाकर कार्रवाई के बाद छोड़ा गया। वहीं 63 गुडों और 45 निगरानीशुदा बदमाशों पर कार्रवाई की गई। वहीं 8 पर आर्म्स एक्ट और 8 लोगों पर जुआं एक्ट के तह्त कार्रवाई की गई है।