अगर शराब नीति में हमारे अनुकूल नहीं आई, तो फिर जो होगा, उसको कोई रोक नहीं पाएगा
भोपाल. भोपाल का अयोध्या नगर इलाका। यहां के प्राचीन हनुमान और दुर्गा मंदिर में बीते तीन दिन से कुछ ज्यादा हलचल है। यहां 29 जनवरी से पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता उमा भारती ने डेरा डाल रखा है। मंदिर के ठीक सामने रोड की दूसरी तरफ एक शराब दुकान है। उमा का विरोध इस दुकान के साथ ही प्रदेश की शराब नीति को लेकर है। उनके विरोध को देखते हुए पहले पर्दा लगाकर शराब दुकान को ढंक दिया गया था, वहीं मंगलवार को दुकान को बंद भी कर दिया गया। उमा का कहना है कि अगर प्रदेश की शराब नीति हमारे अनुरूप नहीं आई तो शराब दुकानों पर जो होगा वो नजीर बनेगा।
उमा भारती जिस मंदिर में रुकीं हैं, वहां प्लाईवुड से अस्थाई कुटिया बनाई गई है। उनके खाने-पीने का इंतजाम स्थानीय लोग कर रहे हैं। मंदिर में कल तीसरे दिन भी धार्मिक कार्यक्रम हुए। कल यहां सुंदरकांड पाठ रखा गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इसके लिए सड़क की एक साइड को बैरिकेड लगाकर बंद कर टेंट लगाया गया है।
उमा ने कहा- इस मंदिर के सामने जो दुकान है, वो पुलिस विभाग की जमीन है। यानी जिस जमीन पर थाना बनना था, जहां शराब रुकवा कर कानून व्यवस्था बनाने का काम होना था, वहीं शराब बिक रही है। ये मेरे लिए और भाजपा के लिए शर्मनाक है। मेरा विरोध अकेले इस दुकान को लेकर नहीं है। मेरा विरोध मप्र की 18 हजार शराब दुकानों को लेकर है। मैं तो इन दुकानों को बंद कराना चाहती थी। देश में दो राज्य हैं गुजरात और बिहार, यहां शराब बंद है। लेकिन, मप्र की सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई। उमा ने कहा ये धरना नहीं था। अयोध्या नगर से मेरा लगाव है। यहां के लोग इस शराब दुकान के कारण परेशान हैं।
शराब नीति हमारे अनुकूल नहीं आई तो जो होगा वो नजीर बनेगा
दुकान बंद होने को लेकर उमा भारती ने कहा, पुलिस वालों को डर रहा था कि कहीं दीदी रात में दुकान में आग न लगा दें। मैं किसी एक दुकान के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन अगर शराब नीति में हमारे अनुकूल नहीं आई, तो फिर जो होगा, उसको कोई रोक नहीं पाएगा। फिर वो हजारों दुकानों पर होगा। वो एक नमूना होगा इस बात का कि लोकतंत्र में अगर जनता की आवाज नहीं सुनोगे तो उसके परिणाम क्या होते हैं। उन्होंने कहा, अभी पता चला है कि शराब नीति पर फैसला एक-दो दिन के लिए टाल दिया गया है। आज मैं यहां से बुंदेलखंड की अयोध्या ओरछा जा रही हूं। शराब नीति पर सरकार का फैसला ओरछा में रहकर सुनेंगे। वहां जो नियम विरुद्ध शराब की दुकान खुली है उसमें 11 गायों को बांधकर मधुशाला में गौशाला की शुरुआत करेंगी।