Sadbhavna Paati.
इंदौर। अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन (एप्सो) का 15 वां राज्य सम्मेलन इंदौर में संपन्न हुआ। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए अनेक प्रतिनिधियों ने घर, परिवार, चौपाल से लेकर विश्व में शांति के प्रयासों पर चिंतन- मनन किया। सम्मेलन में भारत में निरंतर बढ़ रही फासीवादी प्रवृत्तियों के प्रतिरोध हेतु संयुक्त पहल के लिए एप्सो से अनुरोध किया गया। सम्मेलन में अनेक प्रस्ताव पारित किए गए नई कार्यकारिणी का गठन भी हुआ। वक्ताओं ने गांधीजी की शहादत के 75 वर्ष पर शासन की चुप्पी पर सवाल उठाए।
प्रस्ताव जो पारित हुए
सम्मेलन में महात्मा गांधी की शहादत के 75 वर्ष पूरे होने पर उनकी शिक्षाओं को याद करते हुए विश्व शांति हेतु अनेक प्रस्ताव स्वीकार किए। फिलिस्तीन के नागरिकों द्वारा स्वतंत्रता एवं संप्रभु राष्ट्र की स्थापना हेतु चलाए जा रहे संघर्ष का समर्थन, यूक्रेन युद्ध और नाटो के विस्तार योजना का विरोध, ब्राजील में लोकतंत्र पर हमले की निंदा, लेटिन अमेरिका में साम्राज्यवादी दखल, यूरोप में ताकतवर होते दक्षिणपंथी, आर्थिक असमानता, भारत की विदेश नीति, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, सांप्रदायिक हमलों के विरोध पर तथा जलवायु संरक्षण पर प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित किए गए।