भारत सरकार की डिजिटल स्ट्राइक : 6 पाकिस्तानी चैनल समेत 16 यूट्यूब चैनल किये बैन, ये है वजह

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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National News. पिछले दिनों भारतीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने यूट्यूब चैनल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 22 चैनलों पर प्रतिबंध लगाया था.

वहीं एक बार फिर से सरकार ने कुछ चैनल्स के खिलाफ कड़ा उठाया है और एक साथ 16 न्यूज चैनल्स को ब्लॉक कर दिया है. ब्लॉक किए यूट्यूब चैनल की लिस्ट में केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि पाकिस्तानी चैनल्स भी शामिल हैं.

आखिर क्यों लिया ये फैसला

केंद्र सरकार ने एक बार फिर से डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 16 यूट्यूब चैनल्स पर बैन लगा दिया है. आईबी मंत्रालय ने यह फैसला इसलिए है क्योंकि ये 16 चैनल्स भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने के दोषी है.

इसमें 10 भारतीय और 6 पाकिस्तान स्थित यूट्यूब चैनल हैं और इन्हें IT नियमों के तहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करके बैन किया गया है.

गलत खबरें फैला रहे थे ये चैनल्स

सामने आई रिपोर्ट के अनुसार ये 16 यूट्यूब चैनल लोगों के बीच गलत खबरें प्रसारित कर रहे थे. इन चैनलों पर धार्मिक वैमनस्य पैदा करने वाले कंटेंट प्रसारित किए जा रहे थे.

जिसकी वजह से धार्मिक व्यवस्था गड़बड़ा सकती है. इनमें से कुछ चैनल्स पर लॉकडाउन से जुड़ी झूठी खबरों के जरिए लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही थी.

इनमें कहा गया है कि भारत में जल्द ही लॉकडाउन लगने वाला है, जो कि पूरी तरह से झूठ है. इसके बाद सरकार को यह फैसला लेना पड़ा कि इन चैनलों को हमेशा के लिए बैन कर दिया जाए.

पहले भी बैन हो चुके हैं 22 यूट्यूब चैनल

बता दें कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने यह पहली बार नहीं किया है, बल्कि इससे पहले भी सरकार द्वारा डिजिटल स्ट्राइक की जा चुकी है. इसी महीने की शुरुआत में सरकार ने 22  यूट्यूब को भारत में बैन कर दिया था.

इस लिस्ट में 4 पाकिस्तानी चैनल भी शामिल थे. ये सभी चैनल भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशों से रिश्ते व लोक आदेश के बारे गलत व झूठी खबरें फैला रहे थे और इसलिए सरकार को इनके खिलाफा कड़ा एक्शन लेना पड़ा.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।