मध्य प्रदेश में पोषण आहार के बाद नर्सिंग घोटाला सामने आया है। हाईकोर्ट ने नर्सिंग कॉलेजों में हुए घोटाले की सीबीआई जांच कराने के निर्देश दिए है। प्रदेश में अब सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने सरकार से चिकित्सा शिक्षा मंत्री को हटाने की मांग की है। इस पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में 35 नर्सिंग कॉलेजों को गलत मान्यता दी थी।
इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस सरकार में 35 नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गयी थी, जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे। भाजपा सरकार ने नर्सिंग स्ट्रक्चर को ठीक किया। कोर्ट ने जिन 35 नर्सिंग कॉलेजों की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं उन्हें कांग्रेस शासन में गलत तरीके से मान्यता दी गई थी।
कांग्रेस ने की चिकित्सा शिक्षा मंत्री को हटाने की मांग
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि नर्सिंग कालेज की जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी है। यह एक बड़ा घोटाला है। इसमें मंत्री से लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग के कमिश्नर निशांत वरबड़े जैसे कई अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका है। उन्होंने मांग कि इस निर्णय के बाद सरकार प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री को तत्काल पद से हटाए और जिम्मेदारों को कड़ी कार्यवाही करें।
यह है पूरा मामला
बता दें नर्सिंग कॉलेजों की संबद्धता और नामांकन का काम करने वाली तीन संस्थाओं मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी, मप्र नर्सेंस रजिस्ट्रेशन काउंसिल और इंडियन नर्सिंग काउंसिल के रिकॉर्ड की जांच के कोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिए है। कोर्ट ने इस मामले की रिपोर्ट तीन महीने में पेश करने को कहा है।