Contents
- MP News -1
- आकाशीय बिजली गिरने से महिला की मौत, नहर मे डूबने से तीन साल के मासूम की मौत
- MP News -2
- अलग-अलग सडक हादसो मे गई दो युवको की जान
- MP News -3
- नवीन दूरस्थ अध्ययन केन्द्रों को बहु-उपयोगी और परिणाममूलक बनाए – उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव
- MP News -4
- 6वें नेशनल कॉन्क्लेव में मध्यप्रदेश को दो श्रेणी में मिला प्रथम और द्वितीय पुरस्कार
MP News -1
आकाशीय बिजली गिरने से महिला की मौत, नहर मे डूबने से तीन साल के मासूम की मौत
भोपाल के नजदीक बिलखिरिया इलाके मे आकाशीय बिजली गिरने से घर में अकेली महिला की दर्दनाक मौत हो गई। थाना पुलिस ने बताया कि इलाके मे स्थित ग्राम हरिपुरा पडरिया काछी मे रहने वाली 30 वर्षीय सीमा पति उस्मान मंसूरी घरेलू महिला थी। बीती सुबह करीब दस बजे वे घर पर अकेली थी। तभी तेज बारिश के बीच उसके टपरे पर आकाशीय बिजली गिर गई, जिसकी चपेट मे आकर विवाहिता की की मौके पर ही मौत हो गई। थाना पुलिस ने आगे बताया कि इसी थाना इलाके मे स्थित ग्राम अमझरा मे तीन साल का सददाम पुत्र अनीस खान अपने माता-पिता और दो बड़े भाईयों के साथ रहता था। बीती सुबह उसकी मां बकरी चराने जंगल गई थी, ओर पिता मवेशियो को खिलाने वाली पत्ती बेचने भोपाल गए थे। सददाम घर पर अपने भाईयों के साथ था। शाम करीब चार बजे तीन साल का मासूम सददाम खेलता हुए घर के पास से निकली नहर पर चला गया। यहां उसकी नहर में डूबने से मौत हो गई। देर शाम तक जब वो घर नही आया तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। काफी देर बाद उसका शव नारायणपुरा डेम के पास नहर में फंसा मिला। सूचना मिलने पर पहुची पुलिस ने मर्ग कायम कर जॉच शुरु कर दी है।
MP News -2
अलग-अलग सडक हादसो मे गई दो युवको की जान
एक ईद मिलकर लौट रहा था, दूसरा नौकरी पर जा रहा था
भोपाल। शहर के बैरागढ़ और गुनगा इलाके में हुए सड़क हादसों में दो युवकों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार खजूरी कला बैरागढ़ मे रहने वाला प्रमोद मालवीय पुत्र हरिनारायण (35) प्राइवेट काम करता था। लेकिन बीते कुछ महीनो से वो कोई काम नही कर रहा था। बीती रात करीब वो अपनी एक्टिवा वाहन से भोपाल में रहने वाले अपने दोस्त के यहां ईद मिलने जा रहा था। रास्ते मे सीवेज फिल्टर पंप हाउस के पास पीछे से आए तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। प्रमोद के पीछे आ रहे अन्य दोस्त ने उसे तुरंत ही उपचार के लिये निजी अस्पताल पहुचांया जहॉ उसकी नाजूक हालत देखते हुए इलाज के लिये हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया। हमीदिया मे इलाज के दोरान उसकी हालत लगातार नाजूक होती गई, आखिरकार बीती सुबह उसने दम तोड दिया। दूसरी ओर गुनगा पुलिस ने बताया कि पिपलिया कदीम मे रहने वाला डालचंद पुत्र धन्नालाल (36) अचारपुरा औद्योगिक क्षेत्र में नौकरी करता था। बीती रात नाईट शिफ्ट होने के कारण वो आठ बजे बाइक से ड्यूटी जा रहा था। जैसै ही वो रतुआ के पास मेन रोड पर पहुचां तभी अज्ञात वाहन ने उसे अपनी चपेट मे ले लिया। दर्दनाक हादसे मे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दोनो ही हादसो मे पुलिस ने मर्ग कायम कर शवो को पीएम के लिए भेजते हुए फरार आरोपी वाहन चालको की तलाश शुरु कर दी है।
MP News -3
नवीन दूरस्थ अध्ययन केन्द्रों को बहु-उपयोगी और परिणाममूलक बनाए – उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव
भोपाल। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 6 शासकीय विश्वविद्यालय में स्थापित इन्क्यूबेशन सेंटर की सतत मॉनिटरिंग की जाए तथा इनके माध्यम से अधिकाधिक स्टार्टअप्स को लाभ पहुँचाया जाए। उन्होंने कहा कि नवीन दूरस्थ अध्ययन केंद्रों को बहुपयोगी और परिणाममूलक बनाया जाए।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने पूर्व विद्यार्थियों को महाविद्यालय की प्रगति से जोड़ने के लिए एल्युमिनी मीट में आमंत्रित करने की बात कही। अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा शैलेंद्र सिंह ने बताया कि विभाग के अंतर्गत 6 विश्वविद्यालय अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल में इन्क्यूबेशन केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर 52 स्टार्टअप्स चिन्हित हैं।
आयुक्त उच्च शिक्षा दीपक सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को स्व-रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से तथा स्थानीय उद्योगों को दृष्टिगत रखते हुए विभाग द्वारा 5 नए पाठयक्रम का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि सत्र 2021-22 के लिए प्रदेश के 346 शासकीय महाविद्यालय में अध्ययनरत 76 हज़ार 518 विद्यार्थी ने जैविक खेती एवं 196 शासकीय महाविद्यालय में अध्ययनरत 14 हज़ार 745 विद्यार्थी ने बागवानी पाठयक्रम का चयन किया है। श्री सिंह ने बताया कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में प्रथम चरण (2021) में नैक प्रत्यायन के लिए 56 महाविद्यालय तथा द्वितीय चरण (2022) में 120 महाविद्यालय को चयनित किया गया है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने पूर्व विद्यार्थियों को महाविद्यालय की प्रगति से जोड़ने के लिए एल्युमिनी मीट में आमंत्रित करने की बात कही। अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा शैलेंद्र सिंह ने बताया कि विभाग के अंतर्गत 6 विश्वविद्यालय अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल में इन्क्यूबेशन केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर 52 स्टार्टअप्स चिन्हित हैं।
आयुक्त उच्च शिक्षा दीपक सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को स्व-रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से तथा स्थानीय उद्योगों को दृष्टिगत रखते हुए विभाग द्वारा 5 नए पाठयक्रम का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि सत्र 2021-22 के लिए प्रदेश के 346 शासकीय महाविद्यालय में अध्ययनरत 76 हज़ार 518 विद्यार्थी ने जैविक खेती एवं 196 शासकीय महाविद्यालय में अध्ययनरत 14 हज़ार 745 विद्यार्थी ने बागवानी पाठयक्रम का चयन किया है। श्री सिंह ने बताया कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश में प्रथम चरण (2021) में नैक प्रत्यायन के लिए 56 महाविद्यालय तथा द्वितीय चरण (2022) में 120 महाविद्यालय को चयनित किया गया है।
MP News -4
6वें नेशनल कॉन्क्लेव में मध्यप्रदेश को दो श्रेणी में मिला प्रथम और द्वितीय पुरस्कार
भोपाल। नई दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 6वें नेशनल कॉन्क्लेव में म.प्र. को दो श्रेणी में प्रथम और द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया। पुरस्कार प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किये। गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी और खनन एवं रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने पुरस्कार प्रदान किये।
केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कार के लिए दो श्रेणियाँ निर्धारित की गई थी, जिसमें से मध्यप्रदेश को उत्खनन, नीलामी, खानों के संचालन में पहल करने और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में 3 करोड़ रूपये के प्रथम पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया। वहीं उत्खनन, नीलामी, खदानों के संचालन में पहल करने और इसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में 2 करोड़ रूपये के दूसरे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश को खदानों की सफल नीलामी के लिए 2 करोड़ रूपये प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में मिले।
मध्यप्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि यह मध्यप्रदेश के लिए यह बड़ी उपलब्धि है कि देश में मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जिसे 7 करोड़ रुपये की राशि प्रोत्साहन के रूप में मिली है।
केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कार के लिए दो श्रेणियाँ निर्धारित की गई थी, जिसमें से मध्यप्रदेश को उत्खनन, नीलामी, खानों के संचालन में पहल करने और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में 3 करोड़ रूपये के प्रथम पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया। वहीं उत्खनन, नीलामी, खदानों के संचालन में पहल करने और इसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में 2 करोड़ रूपये के दूसरे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश को खदानों की सफल नीलामी के लिए 2 करोड़ रूपये प्रोत्साहन पुरस्कार के रूप में मिले।
मध्यप्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि यह मध्यप्रदेश के लिए यह बड़ी उपलब्धि है कि देश में मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य है, जिसे 7 करोड़ रुपये की राशि प्रोत्साहन के रूप में मिली है।